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Up Kiran, Digital Desk: महाराष्ट्र की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा विवाद में, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आदित्य ठाकरे से माफी मांगने की मांग की है। यह मांग एक ऐसे बयान के बाद आई है, जिसे शिवसेना ने आदित्य ठाकरे के प्रति 'अपमानजनक' और 'निराधार' बताया है।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे को लेकर कोई टिप्पणी की, जिसे शिवसेना ने तुरंत आड़े हाथों लिया। शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने कहा कि फडणवीस को अपनी टिप्पणी वापस लेनी चाहिए और आदित्य ठाकरे से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि फडणवीस एक जिम्मेदार पद पर हैं और उन्हें इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी से बचना चाहिए, खासकर एक युवा नेता के खिलाफ।

शिवसेना ने आरोप लगाया कि फडणवीस महाविकास अघाड़ी (MVA) और विशेषकर ठाकरे परिवार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वे अपने राजनीतिक विरोधियों को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं।

यह घटना महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार और विपक्ष के बीच चल रही तनातनी को और बढ़ा रही है। आने वाले समय में विधानसभा चुनावों को देखते हुए, राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। इस तरह के बयानबाजी से राज्य की राजनीतिक गरमाहट और बढ़ गई है।

अब देखना होगा कि देवेंद्र फडणवीस इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। क्या वे माफी मांगेंगे, या यह विवाद और गहराएगा? यह घटना दर्शाती है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक माहौल कितना प्रतिस्पर्धी और ध्रुवीकृत हो चुका है।

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