
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी का ऐतिहासिक पल आ चुका है। Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में गए शुभांशु शुक्ला अब Crew Dragon Grace कैप्सूल से वापस लौट चुके हैं। कैप्सूल के समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग के बाद अब उसका गेट भी खोल दिया गया है।
कैप्सूल में चार अंतरिक्ष यात्री मौजूद थे, जिनमें भारत के शुभांशु शुक्ला, तुर्किये, इटली और स्वीडन के यात्री शामिल थे। यह मिशन लगभग 18 दिनों तक चला, जिसमें कई वैज्ञानिक प्रयोग और रिसर्च की गई।
स्प्लैशडाउन के बाद, स्पेस एक्स की रिकवरी टीम ने तुरंत कैप्सूल को उठाया और उसे सुरक्षित स्थान पर लाया। शुभांशु समेत सभी यात्रियों को मेडिकल जांच के लिए विशेष यूनिट में भेजा गया है। उनका स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है।
इस मिशन की खास बात यह रही कि यह भारत के लिए दूसरी मानव अंतरिक्ष उड़ान से जुड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि रही। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा अंतरिक्ष गए थे। शुभांशु का यह सफर भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को नई दिशा देने वाला साबित हुआ है।
शुभांशु की वापसी पर उनके परिवार और देशवासियों में खुशी की लहर है। लखनऊ में उनके परिवार ने घर पर पूजा-पाठ और विशेष आयोजन किए। भारत सरकार और ISRO की तरफ से भी उन्हें बधाई दी गई है।
इस सफलता के साथ भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह निजी और वैश्विक साझेदारी के जरिए अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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