
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और शुभांशु शुक्ला इन दिनों नासा के "बोइंग स्टारलाइनर" मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में हैं। दोनों की धरती पर वापसी कुछ दिनों पहले तय थी, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते इसे टालना पड़ा है। इस वजह से लोगों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या शुभांशु शुक्ला भी सुनीता विलियम्स की तरह अंतरिक्ष में फंसे रह सकते हैं?
नासा ने इस मिशन को 1 जून 2025 को लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य था कि यह एक टेस्ट मिशन होगा, जिसमें बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल को अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचाना और फिर सुरक्षित लौटाना शामिल था। लेकिन जब कैप्सूल अंतरिक्ष में पहुंचा, तब उसमें कुछ तकनीकी समस्याएं सामने आईं। इसमें हाइड्रोजन लीकेज और थ्रस्टर में खराबी जैसे मुद्दे शामिल हैं।
नासा ने बताया कि जब तक इन तकनीकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता, तब तक दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी संभव नहीं है। हालांकि, शुभांशु शुक्ला और सुनीता विलियम्स पूरी तरह सुरक्षित हैं और उनके पास अंतरिक्ष स्टेशन में रहने की पूरी सुविधा मौजूद है। नासा का कहना है कि उनकी सुरक्षा में कोई खतरा नहीं है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियां टेस्ट मिशन में आम होती हैं और इन्हें सावधानी से संभाला जाता है। नासा और बोइंग की टीमें मिलकर सभी समस्याओं का समाधान करने में जुटी हैं। जब सभी सिस्टम पूरी तरह ठीक हो जाएंगे, तब ही वापसी की तारीख तय की जाएगी।
इस समय शुभांशु और सुनीता अंतरिक्ष स्टेशन में वैज्ञानिक प्रयोगों और जांच में व्यस्त हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही तकनीकी दिक्कतें दूर होंगी और दोनों सुरक्षित धरती पर लौट आएंगे।
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