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Up Kiran, Digital Desk: हाल के वर्षों में किशोरों के सोशल मीडिया के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना एक बहस का विषय बन गया है। माता-पिता, शिक्षक और नीति-निर्माता अक्सर इस बात पर विचार करते हैं कि क्या सोशल मीडिया का उनकी युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य और विकास पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। एक तरफ, प्रतिबंध का समर्थन करने वालों का तर्क है कि यह एक प्रभावी उपाय है, लेकिन दूसरी तरफ, वैज्ञानिक साक्ष्य इस सीधे संबंध को लेकर कुछ और ही कहानी कहते हैं।

प्रतिबंध के पक्ष में तर्क (प्रभावी क्यों लगता है):
जो लोग किशोरों के सोशल मीडिया के उपयोग पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं, उनका तर्क है कि इससे कई तात्कालिक सकारात्मक परिणाम दिखते हैं। जब बच्चे सोशल मीडिया से दूर रहते हैं, तो उनका स्क्रीन टाइम कम होता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और अकादमिक गतिविधियों पर एकाग्रता बढ़ती है। यह उन्हें ऑनलाइन खतरों जैसे साइबरबुलिंग, अनुचित सामग्री के संपर्क में आने और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों से बचाने का एक सीधा तरीका भी माना जाता है। ऐसे प्रतिबंध अक्सर माता-पिता को नियंत्रण की भावना भी देते हैं, जो अपने बच्चों को डिजिटल दुनिया के जोखिमों से बचाने के लिए चिंतित रहते हैं।

साक्ष्य के साथ विरोधाभास (प्रभावी क्यों नहीं है):
 शोध और साक्ष्य एक अधिक सूक्ष्म तस्वीर पेश करते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि सोशल मीडिया का उपयोग हमेशा नकारात्मक नहीं होता है। यह किशोरों के लिए सामाजिक जुड़ाव, समुदाय खोजने, जानकारी तक पहुँचने और अपनी पहचान बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो वास्तविक दुनिया में अलग-थलग महसूस करते हैं। कुछ मामलों में, सोशल मीडिया मानसिक स्वास्थ्य के लिए सहायक भी साबित हो सकता है, जिससे युवा एक-दूसरे का समर्थन कर सकते हैं और समान विचारधारा वाले व्यक्तियों से जुड़ सकते हैं।

एकमुश्त प्रतिबंध के कई अनपेक्षित परिणाम हो सकते हैं। यह किशोरों को नए और संभावित रूप से कम सुरक्षित प्लेटफार्मों की ओर धकेल सकता है, जहाँ निगरानी करना और भी मुश्किल हो जाएगा। यह उन्हें महत्वपूर्ण सामाजिक अनुभवों और सीखने के अवसरों से भी वंचित कर सकता है। इसके अलावा, प्रतिबंध से किशोरों में विद्रोह की भावना पैदा हो सकती है, जिससे वे छिपकर सोशल मीडिया का उपयोग करने लगें, जिससे माता-पिता और बच्चों के बीच विश्वास की कमी आ सकती है।

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