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Up Kiran, Digital Desk: 90 के दशक की सबसे चर्चित जोड़ियों में से एक सैफ अली खान और अमृता सिंह का रिश्ता हमेशा सुर्खियों में रहा। जब इन दोनों ने 1991 में शादी की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि ये बंधन 13 साल बाद टूट जाएगा। 2004 में दोनों ने तलाक ले लिया। लेकिन इस निजी फैसले का असर सिर्फ इन दो लोगों तक सीमित नहीं था — इससे जुड़े हर रिश्ते को खुद को नए सिरे से परिभाषित करना पड़ा। खासकर सैफ की बहन सोहा अली खान के लिए, जिनका इस रिश्ते से भावनात्मक जुड़ाव गहरा था।
“अमृता दीदी ने मुझे बहन की तरह अपनाया” - सोहा अली खान
हाल ही में एक यूट्यूब इंटरव्यू में सोहा ने इस पुराने रिश्ते और उसके टूटने के असर पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि अमृता सिंह उनके लिए हमेशा खास रही हैं। सोहा ने याद करते हुए बताया, "मैं उनके घर में ही रहती थी, वो मुझे फोटोशूट्स पर ले जाती थीं, हमने साथ में कई यादें बनाई हैं। उन्होंने मुझे कभी पराया महसूस नहीं होने दिया।"
बदलते रिश्तों को समझने में लगा वक्त
तलाक के बाद का दौर सोहा के लिए भी आसान नहीं था। उन्होंने कहा कि जब सैफ और अमृता अलग हुए, तो पूरे परिवार को एक बदलाव के दौर से गुजरना पड़ा। “पहले उन्हें अपनी equation संभालनी थी, फिर हम सभी को अपनी। समय के साथ सब कुछ सामान्य हो गया। अब बच्चे बड़े हो गए हैं और हर कोई अपने-अपने तरीके से सहज हो चुका है,” उन्होंने जोड़ा।
सारा और इब्राहिम की परवरिश से लेकर नए रिश्तों तक
तलाक के बाद अमृता सिंह ने सारा अली खान और इब्राहिम अली खान की अकेले परवरिश की। वहीं, सैफ अली खान ने 2012 में बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर से शादी की, जिनसे उन्हें दो बेटे हुए — तैमूर और जहांगीर।
क्या कहता है ये सब कुछ आज के रिश्तों के बारे में?
आज जब रिश्ते तेजी से बदलते हैं, ऐसे में सोहा अली खान की बातें हमें ये समझने में मदद करती हैं कि तलाक सिर्फ दो लोगों की कहानी नहीं होती — उसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। पर अगर रिश्तों में अपनापन और समझदारी हो, तो समय के साथ हर दर्द भुलाया जा सकता है।