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Up Kiran, Digital Desk: रविवार को पुरी के समुद्र तट पर हुई एक जल क्रीड़ा दुर्घटना में पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली के छोटे भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता गांगुली की जान बच गई। घटना तब हुई जब उनकी सवार स्पीडबोट समुद्र में पलट गई। हादसे के वक्त पुरी बीच पर जल क्रीड़ा गतिविधियां चल रही थीं।
दुर्घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि स्पीडबोट समुद्र में उलट गई है। उस समय आसपास मौजूद लाइफगार्ड्स ने फौरन बचाव कार्य शुरू किया और सभी सवारों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता पाई। अधिकारियों ने रबर फ्लोट का भी उपयोग किया ताकि लोगों को जल से बाहर निकाला जा सके। इस घटना के दौरान अर्पिता समेत सभी यात्री भयभीत और घबराए हुए नजर आए।
अर्पिता गांगुली ने हादसे की मुख्य वजह नाव की अधिकतम क्षमता से कम सवारियों को बताकर संचालकों पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है, "नाव की क्षमता 10 लोगों की थी, लेकिन संचालक 3-4 लोग ही बिठा रहे थे, शायद पैसे के लालच में। समुद्र में पहले से ही तेज बहाव था। हमने जाना ही नहीं चाहिए था, लेकिन हमसे कहा गया कि चिंता मत करो, कुछ नहीं होगा।" उन्होंने बताया कि सौरव गांगुली ने भी इस बात का विरोध किया था, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई।
अर्पिता ने लहरों की भयावहता को याद करते हुए कहा, "मैंने अपनी जिंदगी में इतनी ऊंची लहरें कभी नहीं देखी। ये लहरें दस मंजिल की इमारत जितनी ऊंची थीं। नाव हल्की थी, इसलिए वह पलट गई। अगर नाव पूरी क्षमता से भरी होती, तो शायद पलटती नहीं। पलटने के बाद पूरा डीजल समुद्र में गिर गया था।"
उन्होंने बताया कि लाइफगार्ड्स की तत्परता के कारण ही वे और अन्य यात्री बच पाए। "करीब 15-20 लोग आए और उनमें से एक लाइफगार्ड ने मेरा पैर पकड़ कर बाहर निकाला। मैं अभी भी सदमे में हूं," अर्पिता ने भावुक होकर कहा। इस हादसे के बाद वह मानसिक रूप से बहुत प्रभावित हुईं और सो भी नहीं पाईं।
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