
Up Kiran, Digital Desk: अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी, जो अक्सर अपनी व्यावसायिक दूरदर्शिता और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में एक गहरे और विचारोत्तेजक बयान से सबका ध्यान खींचा है। उन्होंने कहा है कि 'स्पाइन' (रीढ़) न केवल एक 'मेडिकल चमत्कार' है, बल्कि 'आत्म-विश्वास' के लिए एक 'कॉर्पोरेट आवश्यकता' भी है। यह बयान सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक नैतिकता, दृढ़ता और नेतृत्व के गुणों पर भी प्रकाश डालता है।
अडानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वे स्वयं और उनके समूह कई वैश्विक चुनौतियों और हालिया आरोपों के बाद मजबूती से खड़े हुए हैं। उनके शब्दों में, 'स्पाइन' का अर्थ केवल शारीरिक रीढ़ की हड्डी से नहीं है, बल्कि यह चरित्र की दृढ़ता, नैतिक अखंडता, संकट के समय में खड़े रहने की क्षमता और अपने विश्वासों पर अडिग रहने की भावना का भी प्रतीक है।
मेडिकल चमत्कार: गौतम अडानी ने रीढ़ की जटिलता और मानव शरीर में इसके महत्व को रेखांकित किया है, जो हमें सीधा खड़ा रखने और गतिशीलता प्रदान करने में एक अविश्वसनीय संरचना है।
कॉर्पोरेट आवश्यकता: व्यावसायिक संदर्भ में, 'स्पाइन' का अर्थ है:
आत्म-विश्वास (Self-Belief): अपने निर्णयों पर विश्वास रखना और चुनौतियों का सामना करने के लिए साहस रखना।
नैतिक दृढ़ता (Ethical Steadfastness): सिद्धांतों और मूल्यों पर कायम रहना, खासकर जब दबाव हो।
लचीलापन (Resilience): असफलताओं और आलोचनाओं से उबरने की क्षमता।
दृढ़ नेतृत्व (Firm Leadership): संकट के समय में भी अपने संगठन का नेतृत्व करने की क्षमता और दूरदर्शिता।
गौतम अडानी का यह बयान उनके अपने अनुभवों से प्रेरित लगता है, जहाँ उन्हें हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान, समूह ने दृढ़ता से स्थिति का सामना किया और अपनी परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित रखा, जो उनकी 'कॉर्पोरेट स्पाइन' को दर्शाता है।
यह बयान व्यावसायिक जगत में नेतृत्व के एक महत्वपूर्ण पहलू पर प्रकाश डालता है – कि सफलता केवल वित्तीय आंकड़ों से नहीं, बल्कि मजबूत नैतिक आधार, अटूट आत्म-विश्वास और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता से भी मापी जाती है। अडानी का यह नया मंत्र निश्चित रूप से कॉर्पोरेट जगत में चर्चा का विषय बनेगा।
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