img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को अगस्त में एक रोमांचक सीरीज़ की उम्मीद थी, लेकिन बांग्लादेश दौरे को लेकर अब अनिश्चितता का माहौल बन गया है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को अब तक बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है, जिससे सीरीज़ की तैयारियों पर असर पड़ सकता है। ऐसे में न केवल दर्शकों का रोमांच अधर में है, बल्कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की संभावित अंतरराष्ट्रीय वापसी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

राजनीतिक हालात बने बाधा

भारत को अगस्त में तीन एकदिवसीय और तीन टी20 मुकाबले खेलने के लिए बांग्लादेश जाना था, लेकिन पड़ोसी देश में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य ने इस दौरे पर सवालिया निशान लगा दिया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड किसी भी अंतिम निर्णय से पहले भारत सरकार से औपचारिक चर्चा करेगा। इस प्रक्रिया के चलते दौरे को लेकर संशय बना हुआ है।

कोहली और रोहित की वापसी पर असर

यह दौरा केवल एक द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं, बल्कि कोहली और रोहित की टी20 और टेस्ट प्रारूपों से विदाई के बाद पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज़ होती। दोनों खिलाड़ी अब केवल वनडे क्रिकेट में सक्रिय हैं और माना जा रहा है कि उनका लक्ष्य 2027 वर्ल्ड कप है। यदि यह सीरीज़ रद्द होती है, तो उनकी मैदान पर वापसी और भी टल सकती है।

बीसीबी को भरोसा, विकल्प की तैयारी

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अमीनुल इस्लाम ने भरोसा जताया कि भारत दौरे पर आएगा, चाहे अभी नहीं तो बाद में सही। उनका कहना है कि बीसीसीआई ने उन्हें आश्वस्त किया है कि यदि अगस्त में दौरा संभव नहीं हो पाता, तो अगली उपलब्ध विंडो में सीरीज़ आयोजित की जाएगी।

अमीनुल ने बताया, "हमने बीसीसीआई से बातचीत की है और वे पूरी तरह सहयोगी रवैया दिखा रहे हैं। फिलहाल वे कुछ सरकारी फैसलों का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने विकल्प तैयार रखने की बात कही है।"

क्रिकेट फैंस की उम्मीदें और आयोजनों की तैयारी

इस दौरे की घोषणा अप्रैल में की गई थी। तीन वनडे मैच 17, 20 और 23 अगस्त को खेले जाने हैं, जबकि टी20 मुकाबले 26, 29 और 31 अगस्त को प्रस्तावित हैं। सभी मैच मीरपुर और चटगाँव में होने हैं। स्टेडियमों में मरम्मत और तैयारी जोरों पर है, लेकिन अंतिम मुहर के बिना आयोजक भी असमंजस में हैं।

निष्कर्ष: क्रिकेट से ज्यादा कूटनीति

भारत-बांग्लादेश क्रिकेट संबंध हमेशा से सौहार्दपूर्ण रहे हैं, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं। सरकार की अनुमति के इंतज़ार में लटकी सीरीज़ केवल खेल प्रेमियों की भावनाओं का मुद्दा नहीं रह गई है, बल्कि यह कूटनीतिक संतुलन और सुरक्षा प्राथमिकताओं से जुड़ा मसला भी बन चुका है। फैंस को अब उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति साफ होगी और उन्हें अपने चहेते सितारों को मैदान पर देखने का मौका मिलेगा।

--Advertisement--