
बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और अब महागठबंधन ने भी अपना सबसे बड़ा पत्ता खोल दिया है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव को आधिकारिक तौर पर महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है.काफ़ी दिनों से चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही पोस्टर ने दे दिया था संकेत
गुरुवार को पटना में महागठबंधन की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी, लेकिन उससे पहले ही वहाँ लगे एक पोस्टर ने सारी कहानी बयां कर दी. इस पोस्टर में सिर्फ़ तेजस्वी यादव की एक बड़ी तस्वीर थी, जबकि महागठबंधन के दूसरे बड़े नेताओं, यहाँ तक कि इंडिया ब्लॉक के शीर्ष नेताओं की तस्वीरें भी गायब थीं. इसके बाद यह साफ़ हो गया था कि इस बार कमान पूरी तरह से तेजस्वी के हाथ में होगी.
क्या है महागठबंधन की रणनीति: RJD नेता और तेजस्वी के समर्थक काफ़ी समय से यह कह रहे थे कि तेजस्वी ही गठबंधन का चेहरा होंगे. अब इस पर मुहर लग गई है. इसके साथ ही, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश साहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है.
कांग्रेस पार्टी ने भी तेजस्वी के नाम का समर्थन किया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक है और सीटों का बँटवारा भी तय हो चुका है. वे NDA सरकार के 20 साल के कार्यकाल को मुद्दा बनाकर जनता के बीच जाएँगे, जिसमें बेरोज़गारी, पलायन और क़ानून-व्यवस्था जैसे मुद्दे शामिल होंगे.
तेजस्वी यादव ने NDA पर निशाना साधते हुए कहा है कि वहाँ नीतीश कुमार के साथ अन्याय हो रहा है और बीजेपी उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाने वाली है.अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तेजस्वी के चेहरे पर महागठबंधन बिहार की जनता का भरोसा जीतने में कितना कामयाब हो पाता है.