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दिल्ली के सीलमपुर इलाके में गुरुवार की रात एक नाबालिग किशोर की बेरहमी से हत्या के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है। हालात को संभालने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इस घटना ने इलाके में भय और असुरक्षा का ऐसा माहौल पैदा कर दिया है कि कई हिंदू परिवार अब अपने घर छोड़ने की तैयारी में हैं। स्थानीय घरों के बाहर 'पलायन' की चेतावनी वाले पोस्टर लगाए जा रहे हैं, जिनमें लिखा है – "हिंदू पलायन, ये मकान बिकाऊ है योगी जी।"

नकाबपोशों ने चाकुओं से की हत्या

मृतक की पहचान 17 वर्षीय कुणाल के रूप में हुई है। गुरुवार रात को कुछ नकाबपोश बदमाशों ने उसे चाकुओं से गोदकर मौत के घाट उतार दिया। घटना उसके घर से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई। बताया जा रहा है कि हमलावर विशेष समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और हमले के तुरंत बाद घटनास्थल से फरार हो गए।

इलाके में उभरा सांप्रदायिक तनाव

हत्या की खबर फैलते ही स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की और इलाके में भारी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है।

पुरानी रंजिश या सांप्रदायिक मामला?

पुलिस का प्रारंभिक बयान है कि यह घटना पुरानी रंजिश का नतीजा है और हमलावरों की संख्या चार से पांच थी। वहीं मृतक कुणाल के परिजनों का आरोप है कि यह हमला पूरी तरह से सांप्रदायिक था और इसमें विशेष समुदाय के लोगों की संलिप्तता है। परिवार ने साहिल नामक युवक को भी हमलावरों में शामिल बताया है।

'अब यहां नहीं रह सकते' – परिवार की बेबसी

हत्या के बाद मृतक कुणाल का परिवार डर के साये में जी रहा है। उन्होंने साफ कहा है कि वे अब खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते और इस क्षेत्र को छोड़ना चाहते हैं। पूरे मोहल्ले में कई घरों के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें 'हिंदू पलायन कर रहा है' जैसे संदेश लिखे गए हैं। कुछ पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्थानीय नेता रेखा गुप्ता से मदद की गुहार भी लगाई गई है।