_311047031.png)
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में मंगलवार को हुए एक भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें भारतीय और विदेशी नागरिक शामिल हैं। अफसरों ने इस घटना को 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक आतंकी हमला बताया है। इस हमले के बाद देश के कई प्रमुख शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली, मुंबई, जयपुर और अमृतसर को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ये हमला एक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में हुआ। यहां केवल पैदल या घोड़े से ही पहुँचा जा सकता है। इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर सुरक्षा जाँच शुरू कर दी गई है। विशेष रूप से, यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत में हैं। फिलहाल वह दिल्ली में हैं और उनके प्रवास के दौरान अन्य शहरों का दौरा करने की संभावना है। सुरक्षा एजेंसियों ने राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है, क्योंकि वे एक उच्च-स्तरीय अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान इस तरह के हमले के निहितार्थों को लेकर चिंतित हैं।
मेट्रो शहरों में बढ़ाई गई चौकसी
दिल्ली में पुलिस ने प्रमुख सार्वजनिक स्थलों, पर्यटन स्थलों और परिवहन केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। सीमा चौकियों पर भी गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। संवेदनशील क्षेत्रों में यातायात को नियंत्रित किया गया है और भीड़भाड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्रवाई दलों को तैनात किया गया है।
मुंबई पुलिस ने अपने सभी वरिष्ठ अफसरों और क्षेत्रीय प्रमुखों को हाई अलर्ट पर रहने और सुरक्षा जाँच को और अधिक प्रभावी बनाने का आदेश दिया है। शहर भर में नाकाबंदी और सड़क अवरोध लगाए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नज़र रखी जा सके। वाणिज्यिक क्षेत्रों और रेलवे स्टेशनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सभी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों (एसपीआई) और क्षेत्रीय पुलिस उपायुक्तों (डीसीपी) को अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक सतर्क और सावधान रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस महानगर के विभिन्न हिस्सों में लगातार नाकाबंदी कर रही है।
यह ताजा हमला 26 नवंबर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों की भयावह याद दिलाता है, जब 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों के एक समूह ने समुद्र के रास्ते भारत की वित्तीय राजधानी में घुसकर रेलवे स्टेशन, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर समन्वित हमले किए थे। लगभग 60 घंटे तक चले उस हमले में 166 लोगों की जान गई थी।
दिल्ली और मुंबई से आगे भी अलर्ट
सुरक्षा अलर्ट केवल मेट्रो शहरों तक ही सीमित नहीं है। राजस्थान में जयपुर पुलिस ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है और प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर गश्त बढ़ा दी है। जयपुर जंक्शन, आमेर किला और अन्य पर्यटक स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पंजाब पुलिस ने भी अमृतसर में, खासकर स्वर्ण मंदिर और भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्रों में बढ़ती संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है। उत्तर प्रदेश पुलिस को भी धार्मिक शहरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। तटीय क्षेत्रों और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी बढ़ा दी गई है, जबकि कई राज्यों में खुफिया एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इस भयावह आतंकी हमले ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और सरकार पर आतंकवाद के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस हमले के पीछे के तत्वों की पहचान करने और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।