
Up Kiran, Digital Desk: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में भारत के "ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर महत्वपूर्ण खुलासा किया है। उनका कहना है कि मई 2025 में पाकिस्तान द्वारा भारत से सीजफायर (युद्धविराम) की अपील भारत के सफल सैन्य अभियानों का परिणाम थी, न कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मध्यस्थता के दावों का। थरूर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंकवाद के सामने "चुप नहीं बैठेगा"।
ऑपरेशन सिंदूर: एक निर्णायक प्रतिक्रिया
पृष्ठभूमि: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के जवाब में, भारत ने 7-8 मई 2025 की रात को "ऑपरेशन सिंदूर" चलाया था। इस सैन्य अभियान के तहत, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया था। भारत का दावा है कि इन हमलों में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया था, न कि पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक सुविधाओं को।
उद्देश्य: ऑपरेशन सिंदूर का नाम पहलगाम में हुए हमले के संदर्भ में रखा गया था, जहाँ आतंकवादियों ने कथित तौर पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया था।थरूर के अनुसार, इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर दृढ़ है।
सीजफायर की अपील: भारत की "सफल स्ट्राइक" का परिणाम
पाकिस्तान की पहल: थरूर ने बताया कि 10 मई 2025 की सुबह, जब भारत ने पाकिस्तान की ओर से दिल्ली की ओर भेजे गए मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोका, उसके तुरंत बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ (महानिदेशक सैन्य संचालन) ने अपने भारतीय समकक्ष को शांति की अपील की।
ट्रम्प के दावों का खंडन: शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत-पाकिस्तान सीजफायर में अपनी मध्यस्थता के दावों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सीजफायर भारत की मजबूत सैन्य कार्रवाई और उसके बाद दोनों देशों के सैन्य नेतृत्व के बीच हुए संपर्क का परिणाम था, न कि ट्रम्प के हस्तक्षेप का थरूर ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद उनके द्वारा सुझाए गए इसी तरह के कदम को अपनाया।
भारत का स्पष्ट संदेश: थरूर ने कहा कि 2019 के बालाकोट एयर स्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने एक स्पष्ट संदेश भेजा है कि “अगर हम पर आतंकवाद थोपा जाएगा, तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”
संबंधों को सामान्य बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की:
शशि थरूर ने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। उन्होंने कहा कि भारत, बार-बार हुए धोखे के बाद, अब पहला कदम उठाने का इच्छुक नहीं है और इस्लामाबाद को अपनी धरती पर मौजूद आतंकी नेटवर्कों को खत्म करने में ईमानदारी दिखानी होगी। उन्होंने पाकिस्तान की इस बात की आलोचना की कि वह आतंकवाद को रोकने के लिए गंभीर नहीं है, जबकि सभी को पता है कि ये आतंकी ठिकाने कहाँ हैं।
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