img

Up kiran,Digital Desk : छत्तीसगढ़ के घने जंगलों से एक बहुत बड़ी ख़बर आई है। यह कहानी है हमारे जवानों की बेमिसाल बहादुरी की, एक बड़ी कामयाबी की, और उस कामयाबी के लिए दी गई एक भारी क़ीमत की। दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाक़े में हुई एक भीषण मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 15 नक्सलियों को ढेर कर उनकी कमर तोड़ दी है। लेकिन इस मिट्टी की रक्षा करते हुए, हमारे तीन वीर जवानों ने अपनी सबसे बड़ी क़ुरबानी दे दी।

दो दिनों तक गोलियों से गूँजता रहा जंगल

यह कहानी बुधवार सुबह शुरू हुई, जब डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों की तलाश में केशकुतुल गाँव के घने जंगलों में उतरे थे। वहाँ पहले से ही घात लगाकर बैठे नक्सलियों से उनका सामना हो गया। यह मुठभेड़ कोई छोटी-मोटी नहीं थी, बल्कि रुक-रुक कर देर शाम तक चलती रही। हमारे जवानों ने बहादुरी से लड़ते हुए 12 नक्सलियों को मार गिराया, लेकिन इस लड़ाई में हमने अपने तीन सपूतों को खो दिया, जबकि दो जवान घायल हो गए।

रात के अँधेरे में ऑपरेशन को रोका गया, लेकिन गुरुवार की सुबह जब हमारे जवान फिर से उस इलाक़े की तलाशी लेने निकले, तो उन्हें 3 और नक्सलियों के शव मिले। इसी के साथ मारे गए नक्सलियों की कुल संख्या 15 हो गई।

बड़ा कमांडर भी हुआ ढेर, मिला हथियारों का ज़ख़ीरा

यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों के लिए एक बहुत बड़ी कामयाबी है, क्योंकि मारे गए नक्सलियों में एक बहुत बड़ा और खूंखार कमांडर, मोडियामी वेल्ला भी शामिल है। उसके सिर पर 8 लाख रुपये का इनाम था। घटनास्थल से LMG, AK-47 जैसी ख़तरनाक ऑटोमेटिक राइफ़लों का पूरा ज़ख़ीरा मिला है, जो बताता है कि नक्सलियों की तैयारी कितनी बड़ी थी।

हमने इन बहादुरों को खो दिया

इस ऑपरेशन में हमने अपने तीन वीर जवानों को खो दिया: प्रधान आरक्षक मोनू वड़ाड़ी, आरक्षक दुकारु गोड़े और रमेश सोड़ी। पूरा देश उनके इस बलिदान को सलाम करता है। राहत की बात यह है कि घायल हुए दोनों जवान, ASI जनार्दन कोर्राम और आरक्षक सोमदेव यादव, अब ख़तरे से बाहर हैं।

इलाक़े में अभी भी तलाशी अभियान जारी है और स्थिति पर पूरी नज़र रखी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक हमारे सभी जवान जंगल से सुरक्षित बाहर नहीं आ जाते, तब तक पूरी जानकारी देना मुश्किल है। यह घटना नक्सलियों के ख़िलाफ़ लड़ाई में एक मील का पत्थर है, लेकिन यह हमें उन जवानों के अदम्य साहस और बलिदान की भी याद दिलाती है जो हमारी सुरक्षा के लिए हर पल तैनात रहते हैं।