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Up Kiran, Digital Desk: दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल क्लबों में से एक, मैनचेस्टर यूनाइटेड, इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद, मैनेजर एरिक टेन हैग पर नौकरी से निकाले जाने की तलवार लटक रही है और उनकी जगह स्पोर्टिंग लिस्बन के कामयाब मैनेजर रूबेन अमोरोम को लाने की खबरें जोर-शोर से चल रही हैं।

लेकिन, इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और जाने-माने एक्सपर्ट डैनी मर्फी का मानना है कि यह समस्या का गलत इलाज है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि मैनचेस्टर यूनाइटेड की असली समस्या मैनेजर नहीं, बल्कि टीम में मौजूद खिलाड़ी और क्लब का ढीला-ढाला रवैया है।

"खराब मसालों से अच्छा खाना नहीं बन सकता"

डैनी मर्फी ने एक बहुत ही शानदार उदाहरण देते हुए अपनी बात समझाई। उन्होंने कहा, "आप दुनिया के सबसे बेहतरीन शेफ (बावर्ची) को लाकर एक ऐसे किचन में खड़ा कर दें, जहाँ सब्जियां सड़ी हुई और मसाले खराब हों, तो क्या वह अच्छा खाना बना पाएगा? कभी नहीं। मैनचेस्टर यूनाइटेड की कहानी भी यही है।"

उनका मानना है कि रूबेन अमोरोम एक बहुत अच्छे मैनेजर हो सकते हैं, लेकिन उन्हें लाना ऐसा ही है जैसे "गोल खूंटी को चौकोर छेद में डालने की कोशिश करना" - यह फिट नहीं बैठेगा।

असली जड़ तो खिलाड़ी हैं: डैनी मर्फी ने खिलाड़ियों के रवैये पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "यह वही खिलाड़ी हैं जो एक हफ्ता तो शानदार खेलते हैं, लेकिन अगले ही हफ्ते ऐसा प्रदर्शन करते हैं जैसे उन्हें खेलना ही नहीं आता। उनमें वह जुनून और निरंतरता ही नहीं है जो एक बड़े क्लब के लिए खेलने के लिए चाहिए।"

उन्होंने कहा कि जब तक यही खिलाड़ी टीम में रहेंगे, आप चाहे किसी को भी मैनेजर बना दें, कुछ हफ्तों की अच्छी फॉर्म के बाद टीम फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आएगी।

क्या है मर्फी का समाधान: मर्फी के मुताबिक, समाधान नया मैनेजर लाना नहीं, बल्कि टीम की 'बड़ी सफाई' करना है। उन्होंने कहा, "पहले उन खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखाओ जो समस्या की जड़ हैं। टीम में एक नई सोच और नए खिलाड़ी लाओ, और फिर एक ऐसे मैनेजर को चुनो जो उस नई टीम के लिए सही हो।"

उनका संदेश साफ है: जब तक कार का इंजन ही खराब हो, तो बार-बार ड्राइवर बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा।