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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के बरेली में 'आई लव मुहम्मद' अभियान को लेकर हुई हिंसा के बाद अब 'गज़वा-ए-हिंद' का मुद्दा गरमा गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर एक बेहद सख्त बयान देते हुए कहा है कि 'गज़वा-ए-हिंद' का सपना देखने वालों की "सात पीढ़ियां खप जाएंगी, लेकिन भारत में यह कभी सफल नहीं होगा।"

क्या है ‘गज़वा-ए-हिंद: गज़वा-ए-हिंद' एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब है 'हिंदुस्तान पर फतह' या 'हिंदुस्तान के खिलाफ जंग'। यह एक ऐसी कट्टरपंथी और विवादित धारणा है जिसका जिक्र कुछ इस्लामिक ग्रंथों में मिलता है। इसके अनुसार, भविष्य में एक ऐसी जंग होगी जिसमें इस्लामिक ताकतें हिंदुस्तान (भारत) पर हमला करके उसे जीत लेंगी और यहां इस्लामिक शासन स्थापित करेंगी।

दुनिया भर के कई आतंकी संगठन और कट्टरपंथी इस्लामी समूह इस धारणा का इस्तेमाल भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने और आतंकवाद के रास्ते पर ले जाने के लिए करते हैं। वे इसे एक 'पवित्र युद्ध' की तरह पेश करते हैं।

CM योगी ने क्यों दिया यह बयान?

CM योगी आदित्यनाथ ने बरेली में 'आई लव मुहम्मद' अभियान के दौरान हुई हिंसा को इसी कट्टरपंथी मानसिकता का नतीजा बताया। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य अभियान नहीं, बल्कि भारत को अस्थिर करने और 'गज़वा-ए-हिंद' के एजेंडे को आगे बढ़ाने की एक सोची-समझी साजिश थी।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "भारत अब बदल चुका है। यह नया भारत है, जो अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा। जो भी गज़वा-ए-हिंद का ख्वाब देखेगा, उसे कुचल दिया जाएगा।"

योगी ने साफ कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक और संविधान से चलने वाला देश है, यहां किसी भी तरह की कट्टरपंथी और अलगाववादी विचारधारा के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार ऐसी किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगी और इससे सख्ती से निपटेगी।