img

Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक से एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। एक महीने से अधिक समय से ग्रामीणों में दहशत फैला रहा एक मायावी तेंदुआ आखिरकार वन विभाग के जाल में फंस गया है। इस तेंदुए के पकड़े जाने के बाद स्थानीय निवासियों ने राहत की साँस ली है, जो पिछले कई हफ्तों से लगातार डर के साये में जी रहे थे।

यह तेंदुआ पिछले एक महीने से अधिक समय से [यदि लेख में गांव का नाम हो तो उल्लेख करें, अन्यथा 'क्षेत्र के गांवों'] के निवासियों के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ था। तेंदुआ लगातार मवेशियों पर हमला कर रहा था और कभी-कभी रिहायशी इलाकों के करीब भी देखा जा रहा था, जिससे ग्रामीण दहशत में थे। इसकी मायावी प्रकृति के कारण यह लगातार वन विभाग के जाल से बच रहा था, जिससे लोगों की नींद हराम हो गई थी। बच्चों और बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था।

वन विभाग और वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम ने इस तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए। विशेष पिंजरे लगाए गए थे, निगरानी के लिए कैमरे लगाए गए थे और पूरे क्षेत्र में लगातार गश्त की जा रही थी। आखिरकार, उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और रणनीतिक योजना के तहत [यदि दिन का उल्लेख हो तो जोड़ें] की सुबह/रात में तेंदुए को सुरक्षित रूप से पिंजरे में कैद कर लिया गया।

तेंदुए के पकड़े जाने की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने राहत की साँस ली और जश्न का माहौल बन गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तेंदुए को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा और उसकी स्वास्थ्य जांच के बाद उसे किसी उपयुक्त वन क्षेत्र या वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ दिया जाएगा, जहाँ वह इंसानी बस्ती से दूर रह सके। यह घटना मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रबंधन में वन विभाग के प्रयासों की सफलता को दर्शाती है।

--Advertisement--