
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए आज एक दुखद दिन है। दिल्ली में पार्टी की नींव रखने वाले और इसके पहले अध्यक्ष, दिग्गज नेता प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने मंगलवार को अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरी राजनीतिक बिरादरी में शोक की लहर दौड़ गई है।
प्रोफेसर मल्होत्रा उन नेताओं में से थे जिन्होंने जनसंघ के जमाने से लेकर बीजेपी के गठन और उसके विस्तार तक, दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह सिर्फ एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक कुशल प्रशासक, शिक्षाविद् और खेल प्रशासक भी थे।
एक लंबा और शानदार राजनीतिक सफर
विजय कुमार मल्होत्रा का राजनीतिक सफर भारतीय जनसंघ के साथ शुरू हुआ। वह दिल्ली में पार्टी के एक प्रमुख चेहरे थे। 1967 में, वह दिल्ली महानगर परिषद के मुख्य कार्यकारी पार्षद बने, जो उस समय मुख्यमंत्री के बराबर का पद था। इसके बाद, जब 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ, तो उन्हें दिल्ली इकाई का पहला अध्यक्ष बनाया गया। यह उनके कद और पार्टी में उनके सम्मान को दर्शाता है।
वह कई बार सांसद भी रहे और राष्ट्रीय राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई। अपनी साफ-सुथरी छवि, सिद्धांतों पर टिके रहने वाले और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाने वाले मल्होत्रा जी ने दिल्ली में पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए।
खेल प्रशासन में भी दिया अहम योगदान
राजनीति के अलावा, प्रोफेसर मल्होत्रा की खेल प्रशासन में भी गहरी रुचि थी। वह लंबे समय तक भारतीय तीरंदाजी संघ (Archery Association of India) के अध्यक्ष रहे। उनके कार्यकाल में भारतीय तीरंदाजों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयां हासिल कीं।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है और इसे पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। विजय कुमार मल्होहोत्रा का जाना दिल्ली बीजेपी के लिए एक युग का अंत है।