
Up Kiran, Digital Desk: अगर आप साउथ-वेस्ट दिल्ली में रहते हैं, तो यह खबर आपको सावधान करने वाली है। साइबर ठगों ने पिछले ढाई साल में यहां के लोगों की मेहनत की कमाई के करीब 30 करोड़ रुपये उड़ा लिए हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे के लालच में और फर्जी नौकरी के झांसे में आकर ठगे गए हैं।
कौन हैं ठगों के सबसे आसान शिकार?
पुलिस के अनुसार, 18 से 44 साल की उम्र के लोग इन ठगों के सबसे आसान शिकार हैं।
युवा (18-44 साल): इन्हें इन्वेस्टमेंट में पैसा डबल करने, ऑनलाइन जॉब ऑफर और फिशिंग लिंक भेजकर फंसाया जाता है।
किशोर (12-17 साल): इस उम्र के बच्चों को साइबरबुलिंग और सेक्स्टॉर्शन (अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेलिंग) का शिकार बनाया जा रहा है। बदनामी के डर से ऐसे कई मामले तो रिपोर्ट ही नहीं होते।
महिलाएं: इन्हें सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर परेशान करना, तस्वीरों से छेड़छाड़ (morphed images) और घर बैठे काम (work-from-home) के नकली ऑफर देकर निशाना बनाया जाता है।
बुजुर्ग: इन्हें "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर डराया जाता है। ठग खुद को पुलिस या किसी बड़ी जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर गिरफ्तारी का डर दिखाते हैं और पैसे ऐंठ लेते हैं। बिजली का बिल भरने के नाम पर भी इन्हें खूब ठगा जा रहा है।
कहां से चल रहा है ठगी का यह खेल?
दिल्ली में हो रहे इन फ्रॉड के तार देश के अलग-अलग कोनों से जुड़े हैं।
मेवात (भरतपुर और मथुरा): यह इलाका सेक्स्टॉर्शन और होटल बुकिंग फ्रॉड का गढ़ बन चुका है।
जामताड़ा और देवघर (झारखंड): यहां से KYC अपडेट और क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड पॉइंट के नाम पर ठगी की जाती है।
जोधपुर, बाड़मेर (राजस्थान): गुजरात, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों के साथ, ये इलाके 'म्यूल अकाउंट' यानी चोरी के पैसों को घुमाने वाले बैंक खाते सप्लाई करने के बड़े सेंटर हैं।
आंकड़े डराने वाले हैं: पुलिस के डेटा के मुताबिक, इस साल 4 सितंबर तक ही साइबर पुलिस ने 90 केस दर्ज किए हैं, जिनमें लोगों ने 5 करोड़ रुपये से ज्यादा गंवाए हैं। हालांकि पुलिस ने 147 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 2.27 करोड़ रुपये रिकवर भी किए हैं। इससे पहले, 2024 में लोगों से 15.8 करोड़ और 2023 में 9.05 करोड़ रुपये ठगे गए थे।
पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन दिखने वाले हर आकर्षक ऑफर पर भरोसा करने से पहले सौ बार सोचना और जागरूक रहना ही इस तरह की ठगी से बचने का एकमात्र तरीका है।