Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना में चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है। गुरुवार देर रात, हैदराबाद की सड़कों पर अचानक हलचल तेज हो गई, जब चुनाव आयोग (ECI) की फ्लाइंग स्क्वाड टीमों ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कई बड़े नेताओं के घरों पर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी। यह कार्रवाई देर रात तक चली, जिसने राज्य की सियासत में भूचाल ला दिया है।
इस छापेमारी के निशाने पर BRS के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री के.टी. रामा राव (KTR) के करीबी नेता भी आए, जिसके बाद KTR ने इसे सीधे-सीधे 'राजनीतिक बदले की कार्रवाई' करार दिया।
किस-किस के घर पड़ी रेड?
जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग की इन टीमों ने BRS के राज्यसभा सांसद वद्दीराजू रविचंद्र, नागरकुर्नूल से लोकसभा उम्मीदवार आर.एस. प्रवीण कुमार और सेरिलिंगमपल्ली से विधायक अरेकापुडी गांधी समेत कई अन्य नेताओं के आवासों और ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली। यह छापेमारी आने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है, क्योंकि चुनाव आयोग को इन जगहों पर बड़ी मात्रा में कैश या वोटरों को लुभाने वाली सामग्री छिपाए जाने का शक था।
KTR का कांग्रेस पर सीधा हमला
जैसे ही छापेमारी की खबर फैली, के.टी. रामा राव ने तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने सीधे तौर पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला।
उन्होंने लिखा, पुलिस और फ्लाइंग स्क्वाड की इन छापों से डराने की कोशिश बंद करो रेवंत रेड्डी। हम न तो डरेंगे और न ही झुकेंगे। आपने विधानसभा चुनावों में भी यही हथकंडे अपनाए थे, लेकिन नतीजा क्या हुआ, सबने देखा। लोगों की प्रतिक्रिया आपको चुनावों में देखने को मिल जाएगी।
KTR ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी हार के डर से बौखला गई है और अब सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके BRS नेताओं को परेशान करने की कोशिश कर रही है।
क्या कुछ मिला छापेमारी में?
फिलहाल, चुनाव अधिकारियों ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है कि इस छापेमारी में क्या कुछ बरामद हुआ है। लेकिन इस कार्रवाई ने चुनावों से ठीक पहले तेलंगाना की राजनीति को और गरमा दिया है। BRS इसे लोकतंत्र पर हमला बता रही है, जबकि चुनाव आयोग इसे निष्पक्ष चुनाव कराने की एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा बता रहा है। अब देखना यह है कि यह 'छापा-मार' सियासत आने वाले दिनों में क्या नया मोड़ लेती है।

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