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पंजाब-हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा का आशीर्वाद और समर्थन सियासी पार्टियों के लिए एक अहम कारक है। आम चुनाव के छठे चरण में हरियाणा में शनिवार को और आखिरी चरण में पंजाब में मतदान होने वाला है। प्रभावशाली डेरा गुरुओं का संदेश किस राजनीतिक दल की उम्मीदों को उड़ान देगा, यह अभी तक अनिश्चित है। लेकिन आखिरी चरणों में सियासी पार्टियों द्वारा डेरा का समर्थन प्राप्त करने की पूरी कोशिश की गई है।

दोनों राज्यों में असर रखने वाले डेरा समर्थक सियासी छवि को प्रभावित करने में कितना सक्षम होंगे, ये टाइम बताएगा। मगर इनके राजनीतिक असर को नकारा नहीं जा सकता।

बता दें कि कांग्रेस को कई मौकों पर पंजाब में डेरा का साथ मिला। सन् 2002 में कांग्रेस की जीत के पीछे डेरा की भूमिका को बहुत जरुरी माना गया था। हालांकि सन् 2007 में डेरा के समर्थन के बाद भी कांग्रेस इलेक्शन हार गई थी। इसके बाद डेरा की भूमिका निरंतर चर्चा में रही।

तो वहीं अब इलेक्शन के दौरान कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी और अकाली दल अलग-अलग तरीके से समर्थन पाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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