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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश की राजनीति में पवन कल्याण की भूमिका को लेकर चर्चाएँ गर्म हैं। बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद, वरुण गांधी, जो पीथापुरम से विधायक भी हैं, ने गठबंधन सरकार बनाने में जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण के योगदान की जमकर तारीफ की है। उन्होंने पवन कल्याण को "गेम-चेंजर" और गठबंधन का "असली हीरो" बताया है।

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वरुण गांधी ने कहा कि पवन कल्याण के निस्वार्थ भाव और समर्पण के बिना तेलुगु देशम पार्टी (TDP), जनसेना और बीजेपी का यह गठबंधन कभी हकीकत नहीं बन पाता। उन्होंने याद दिलाया कि 2014 के चुनावों में भी पवन कल्याण ने बिना किसी स्वार्थ के टीडीपी-बीजेपी गठबंधन का समर्थन किया था। गांधी के मुताबिक, उस समय भी अगर पवन कल्याण चाहते तो मंत्री पद ले सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि उनका लक्ष्य सिर्फ राज्य का विकास और लोगों की भलाई है।

वरुण गांधी ने आगे कहा कि 2024 के चुनावों में भी पवन कल्याण ने सिर्फ 24 विधानसभा सीटें और 3 लोकसभा सीटें लीं, जबकि वे चाहते तो इससे कहीं ज़्यादा की मांग कर सकते थे। उन्होंने कहा, "पवन कल्याण ने बिना किसी शर्त के चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व को स्वीकार किया, जो यह दिखाता है कि उनके लिए पद नहीं, बल्कि राज्य का हित सर्वोपरि है।"

गांधी ने यह भी साफ किया कि पवन कल्याण कभी भी मुख्यमंत्री पद के लिए किसी से मुकाबला नहीं कर रहे थे। उनका एकमात्र मकसद राज्य को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के "अराजक शासन" से मुक्त कराना था। गांधी के अनुसार, पवन कल्याण ने निस्वार्थ भाव से तीनों दलों को एक साथ लाने का काम किया, और उन्हीं के प्रयासों की वजह से आज यह गठबंधन सत्ता में है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पवन कल्याण हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगे और गठबंधन सरकार उनके दिखाए रास्ते पर ही चलेगी।

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