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Up Kiran, Digital Desk: आपको लगता होगा कि डायबिटीज़ यानी शुगर की बीमारी सिर्फ़ ज़्यादा उम्र के लोगों को होती है. लेकिन एक नई स्टडी ने इस सोच को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया है. 'The Lancet' जैसे प्रतिष्ठित जर्नल में छपी इस स्टडी के मुताबिक, डायबिटीज़ से पीड़ित ज़्यादातर नौजवानों को यह पता ही नहीं है कि वे इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. यह एक बहुत बड़ा स्वास्थ्य ख़तरा है.

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 204 देशों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद पाया कि साल 2023 में, डायबिटीज़ से पीड़ित हर 10 में से 4 से ज़्यादा लोगों को अपनी बीमारी के बारे में जानकारी ही नहीं थी.

सबसे बड़ा ख़तरा युवाओं पर: सबसे बड़ी चिंता की बात युवाओं को लेकर है. स्टडी में यह सामने आया है कि 15 से 39 साल की उम्र के लगभग 4 में से 3 युवाओं को यह पता ही नहीं है कि उन्हें डायबिटीज़ है. 2023 में इस उम्र के सिर्फ़ 26% लोगों में ही बीमारी का पता चल पाया.

यह स्थिति इसलिए और भी ज़्यादा खतरनाक है क्योंकि जो लोग कम उम्र में डायबिटीज़ का शिकार होते हैं, उन्हें ज़िंदगी भर इससे जुड़ी दूसरी गंभीर बीमारियों का ख़तरा ज़्यादा होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि वे ज़्यादा समय तक इस बीमारी के साथ जीते हैं.

स्टडी की मुख्य लेखक, लॉरिन स्टैफ़ोर्ड ने चेतावनी देते हुए कहा, "अनुमान है कि 2050 तक दुनिया में 1.3 अरब लोग डायबिटीज़ के साथ जी रहे होंगे. अगर उनमें से आधे लोगों को यह पता ही नहीं होगा कि उन्हें एक जानलेवा बीमारी है, तो यह आसानी से एक 'ख़ामोश महामारी' बन सकती है."

दवा तो ले रहे, पर शुगर कंट्रोल में नहीं

स्टडी में एक और हैरान करने वाली बात सामने आई. जिन लोगों में डायबिटीज़ का पता चल गया था, उनमें से 91% लोग किसी-न-किसी तरह का इलाज तो ले रहे थे. लेकिन, इलाज ले रहे इन लोगों में से सिर्फ़ 42% का ही ब्लड शुगर लेवल सही से कंट्रोल में था.

इसका मतलब है कि दुनिया में डायबिटीज़ से जूझ रहे हर 100 में से सिर्फ़ 21 लोगों का ही शुगर लेवल सही से कंट्रोल में है.