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Indian Fort: भारत का इतिहास बहुत चौंकाने वाला है, यहां कई राज आज भी अनसुलझे हैं। इन रहस्यों में से एक है राजस्थान का प्रसिद्ध जूनागढ़ किला न केवल स्थापत्य कला का शानदार उदाहरण है बल्कि एक गहरी ऐतिहासिक कहानी को भी समेटे हुए है।

किले की नींव अकबर के शासनकाल में विक्रम संवत 1645 में महाराजा रायसिंह ने रखी थी। इस किले को बनाने का मकसद बीकानेर की राजधानी को सुरक्षित करना था। लाल पत्थर से बने इस किले की चारों ओर गहरी खाई है।  इससे दुश्मनों से सुरक्षित रखने में सहायक रही है। किले की अद्भुत निर्माण तकनीक के कारण ये गर्मी में भी ठंडा रहता है। ये वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है।

आज तक नहीं मिला किसी को भी खजाना

जूनागढ़ किले के भीतर खजाने का रहस्य आज भी अनसुलझा है। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि महाराजा ने किले के विभिन्न हिस्सों में सोने-चांदी का खजाना छिपा रखा था। हाल ही में किले की खाई से कुछ सोने के बिस्किट भी मिले थे। इसने इस रहस्य को और गहरा कर दिया है। कई बार खजाने को हासिल करने के लिए प्रयास किए गए, मगर कोई भी सफल नहीं हो पाया।

आपको बता दें कि जूनागढ़ किले में नौ महल हैं, जो अलग अलग शासकों के शाही जीवन की कहानी सुनाते हैं। इनमें अनूप महल, सरदार महल, जोरावर महल, कर्ण महल, रायसिंह महल, गंगा निवास, रतन निवास, सुजान निवास और कोठी डूंगर निवास शामिल हैं।