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Up Kiran, Digital Desk:  आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अगर कोई बीमारी सबसे ज़्यादा चुपके से हमला कर रही है, तो वह है 'डायबिटीज़' यानी मधुमेह.

यह अब सिर्फ बुढ़ापे की बीमारी नहीं रही. हमारा बदलता लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतें और बढ़ता तनाव मिलकर इसे एक ऐसी महामारी बना रहे हैं, जो 40 साल से कम उम्र के युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रही है. भारत में इसके मामले जिस तेज़ी से बढ़ रहे हैं, वह वाकई चिंताजनक है.

मगर सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि बहुत से लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि उन्हें डायबिटीज़ हो चुका है या वे उस मोड़ पर खड़े हैं जहाँ यह कभी भी दस्तक दे सकता है. हमारा शरीर इतना समझदार है कि वह इस बीमारी से पहले ही कुछ इशारे देने लगता है. अक्सर हम इन संकेतों को साधारण मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, और यही गलती बाद में हमें बहुत भारी पड़ सकती है.

तो आइए, जानते हैं उन पाँच अहम लक्षणों के बारे में, जो डायबिटीज़ से पहले आपके सामने आते हैं. इन्हें पहचानना और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना ही समझदारी है:

1. बार-बार प्यास लगना और वॉशरूम जाना

यह डायबिटीज़ का सबसे जाना-पहचाना संकेत है. जब आपके खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, तो शरीर उसे पेशाब के रास्ते बाहर निकालने की कोशिश करता है. इस प्रक्रिया में शरीर का बहुत सारा पानी भी बाहर निकल जाता है. नतीजतन, आपको बहुत ज़्यादा प्यास लगने लगती है, और आप पानी पीने के बाद बार-बार वॉशरूम की तरफ भागते हैं. यह एक ऐसा चक्र है, जिसे अगर आप सामान्य गर्मी या डिहाइड्रेशन समझ रहे हैं, तो रुकिए और थोड़ा ध्यान दीजिए.

2. थकान और लगातार कमजोरी महसूस होना

क्या आप पूरी नींद लेने के बावजूद दिनभर थका हुआ और सुस्त महसूस करते हैं? क्या शरीर में बिना काम किए ही आलस भरा रहता है? यह भी एक बड़ी चेतावनी हो सकती है. हमारे शरीर की कोशिकाओं को एनर्जी के लिए ग्लूकोज़ की ज़रूरत होती है. डायबिटीज़ की स्थिति में, इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता, जिससे ग्लूकोज़ कोशिकाओं तक पहुँच नहीं पाता. ऐसे में, कोशिकाएँ भूखी रह जाती हैं और आपका शरीर थका हुआ महसूस करता है.

3. दृष्टि का धुंधला हो जाना

अचानक चीज़ों का धुंधला दिखाई देना या फोकस करने में परेशानी होना एक गंभीर लक्षण है. खून में शुगर का स्तर बढ़ने से आँखों के लेंस में सूजन आ सकती है. यह सूजन लेंस की फोकस करने की क्षमता को बिगाड़ देती है. बहुत से लोग इसे सिर्फ 'चश्मे का नंबर बढ़ गया' कहकर टाल देते हैं, लेकिन यह विजन लॉस (दृष्टि हानि) का शुरुआती संकेत भी हो सकता है.

4. अचानक वज़न घटना

अगर आप कोई डाइटिंग या कड़ी कसरत नहीं कर रहे हैं, फिर भी आपका वज़न तेज़ी से कम हो रहा है, तो यह खतरे की घंटी है. चूंकि कोशिकाएँ ग्लूकोज़ का इस्तेमाल नहीं कर पातीं, इसलिए शरीर एनर्जी के लिए मांसपेशियों और जमा हुई चर्बी को तोड़ना शुरू कर देता है. यही कारण है कि डायबिटीज़ होने पर, खासकर टाइप-1 में, वज़न बहुत जल्दी गिरने लगता है. टाइप-2 डायबिटीज़ में भी यह हो सकता है.

5. घाव या चोट का धीरे-धीरे भरना

शरीर पर लगा कोई छोटा-सा कट, खरोंच या घाव अगर सामान्य से ज़्यादा समय ले रहा है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें. ज़्यादा ब्लड शुगर का स्तर हमारी रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) को नुकसान पहुँचाता है. इससे खून का बहाव प्रभावित होता है. नतीजतन, ज़रूरी पोषक तत्व और इम्यून सेल्स (प्रतिरक्षा कोशिकाएँ) घाव तक ठीक से नहीं पहुँच पाते, और घाव भरने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है.