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Hathras Tragedy: यूपी पुलिस ने मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है, जो अभी भी फरार है। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ सबूत छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का इल्जाम लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है, जिसमें 80,000 की अनुमत क्षमता से अधिक 2.5 लाख लोग सत्संग में शामिल हुए थे। मंगलवार को हाथरस में स्वयंभू बाबा भोले के सत्संग में भगदड़ मचने से कुल 121 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं।

राज्य की पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने हाथरस भगदड़ के सिलसिले में प्रवचनकर्ता भोले बाबा के 'सत्संग' की आयोजन समिति के छह सदस्यों को अरेस्ट किया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एफआईआर में नामजद एकमात्र आरोपी फरार है, जबकि सूरजपाल, जिसे नारायण साकार हरि और भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, से जांच के दौरान जरूरत पड़ने पर पूछताछ की जाएगी।

जांच में पता चला कि इनका मुख्य कार्य भीड़ जुटाना और सत्संग समिति के लिए चंदा इकट्ठा करना था।

पुलिस महानिरीक्षक (अलीगढ़ रेंज) शलभ माथुर ने गुरुवार को बताया कि अरेस्ट किए गए सभी छह लोग 'सत्संग' में 'सेवादार' हैं। अरेस्ट किए गए लोगों की पहचान पुलिस ने राम लड़ैते (50), उपेंद्र सिंह यादव (62), मेघ सिंह (61), मुकेश कुमार (38) और महिला मंजू यादव (30) और मंजू देवी (40) के रूप में की है। राम लड़ैते मैनपुरी जिले के मूल निवासी हैं, जबकि उपेंद्र सिंह यादव फिरोजाबाद के हैं और बाकी हाथरस के रहने वाले हैं। 

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