October Month: अगले महीने की पहली तारीख यानी 1 अक्टूबर से आम आदमी से जुड़ी कई चीजों में फेरबदल होने जा रहा है। इसमें सिलेण्डरों की कीमतों से लेकर पीपीएफ खातों तक के नियम शामिल हैं।
दरअसल, हर महीने की पहली तारीख को कई बदलाव होते हैं। सरकारी और गैर सरकारी कंपनियां भी अपने नियम बदलती रहती हैं। आम आदमी के लिए इन नियमों से परिचित होना बहुत जरूरी है। इन बदलावों का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है।
गैस सिलेण्डर की कीमत
आमतौर पर हर महीने की पहली तारीख को सरकार रसोई गैस की कीमत में बदलाव करती है। कमर्शियल गैस सिलेंडर और एलपीजी की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है। ऐसे में इस बार भी गैस सिलेण्डर की कीमत में बदलाव की उम्मीद है। पिछले महीने वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी, जबकि घरेलू गैस सिलेण्डर की कीमतें अपरिवर्तित रहीं।
एटीएफ और सीएनजी-पीएनजी की दरें
हर महीने की पहली तारीख को गैस सिलेण्डर की कीमतों में बदलाव के साथ-साथ ऑयल मार्केटिंग कंपनियां एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) और सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में भी बदलाव करती हैं। ऐसे में इस बार भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) पर पड़ेगा असर
सुकन्या समृद्धि योजना पर भी नए नियम लागू होंगे, नए नियमों के तहत 1 अक्टूबर से केवल बेटियों के कानूनी अभिभावक ही इन खातों का संचालन कर सकते हैं। अब दादा-दादी द्वारा माता-पिता के नाम के बिना खोले गए खातों को कानूनी अभिभावक के नाम पर ट्रांसफर करना होगा।
पीपीएफ खाते के 3 नए नियम
अगर खाताधारक अपने पीपीएफ अकाउंट को नियमानुसार अपडेट नहीं कराते हैं तो उन्हें कोई ब्याज नहीं मिलेगा। नए दिशानिर्देशों के अनुसार, पीपीओएस ब्याज दर नाबालिगों के नाम पर खोले गए पीपीएफ खातों पर तब तक लागू रहेगी जब तक कि बच्चा 18 वर्ष का नहीं हो जाता। साथ ही, यदि किसी के पास एक से ज्यादा पीपीएफ खाते हैं, तो योजना की ब्याज दर केवल मुख्य खाते पर लागू होगी।
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