
Up Kiran, Digital Desk: मंगलुरु के एक सरकारी अस्पताल में इंसानियत की एक दिल छू लेने वाली पहल शुरू हुई है। यहाँ के सरकारी वेनलॉक अस्पताल में एक स्थानीय चैरिटेबल ट्रस्ट ने गरीब और ज़रूरतमंद मरीज़ों के लिए एक मुफ़्त कपड़ों का बैंक खोला है, जहाँ से कोई भी अपनी ज़रूरत के हिसाब से कपड़े ले सकता है।
इस अनोखी पहल का नाम ‘करुणेय तोट्टिलु’ रखा गया है, जिसका मतलब है ‘करुणा का पालना’।
कौन हैं ये नेकी करने वाले लोग: यह नेक काम ‘एम फ्रेंड्स चैरिटेबल ट्रस्ट’ नाम की संस्था कर रही है, जो पिछले एक दशक से भी ज़्यादा समय से इस अस्पताल में welfare के काम कर रही है। यह ट्रस्ट कोई नया नहीं है। पिछले 8 सालों से यह संस्था हर रात करीब 500 मरीज़ों के तीमारदारों (अटेंडेंट) को मुफ़्त में खाना भी खिला रही है। अब इस कपड़े बैंक के ज़रिए उन्होंने अपनी सेवाओं का और विस्तार किया है।
कैसे आया यह आइडिया: यह कपड़े बैंक खोलने का विचार अस्पताल के ज़िला चिकित्सा अधिकारी (DMO) डॉक्टर शिवप्रकाश के एक अनुरोध पर आया। उन्होंने देखा कि अस्पताल में आने वाले कई गरीब मरीज़ों और उनके साथ रहने वाले परिवार वालों के पास पहनने के लिए ढंग के कपड़े तक नहीं होते।
डॉक्टर शिवप्रकाश कहते हैं, “हमारे अस्पताल में सबसे ज़्यादा गरीब लोग आते हैं, यहाँ तक कि दूसरे ज़िलों और राज्यों से भी। यह पहल सुनिश्चित करती है कि उनके आत्मसम्मान की रक्षा हो सके।”
कोई भी ले सकता है कपड़े: ट्रस्ट के सदस्य राशिद विठला ने बताया कि लोग यहाँ नए और पुराने (जो अच्छी हालत में हों) दोनों तरह के कपड़े दान कर सकते हैं। इस बैंक में शर्ट, पैंट, साड़ी, नाइटी, तौलिये और चादरें जैसे सभी ज़रूरी कपड़े रखे गए हैं। उन्होंने कहा, “जिसे भी ज़रूरत है, वह बिना किसी झिझक के यहाँ से अपनी ज़रूरत के कपड़े ले जा सकता है।”
मरीज़ों और उनके परिवार वालों ने इस पहल का दिल से स्वागत किया है। कई लोगों ने कहा कि अब उन्हें कपड़ों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है।
ट्रस्ट ने आम लोगों से भी अपील की है कि वे साफ-सुथरे और पहनने लायक कपड़े इस बैंक में दान करें, ताकि ज़रूरतमंद मरीज़ों और उनके परिवारों की मदद का यह सिलसिला यूँ ही चलता रहे।