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Hindu Population: क्या नेपाल की हिंदू राष्ट्र की ऐतिहासिक पहचान बदल रही है? क्या आने वाले कल में नेपाल का धार्मिक बैलेंस किसी नई दिशा में जाएगा? ये सवाल अब तेजी से चर्चा में हैं। खासकर जब 2021 की जनगणना रिपोर्ट ये दिखाती है कि नेपाल में हिंदुओं और बौद्धों की आबादी में गिरावट आई है। तो वहीं मुस्लिम और ईसाई आबादी में इजाफा देखा गया है।
नेपाल दुनिया का एकमात्र हिंदू बहुल देश माना जाता था, मगर 2008 में जब इसे संवैधानिक रूप से धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित किया गया, तब से यहां धार्मिक बैलेंस बदलने लगा है। हिंदू धर्म में काफी ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
अब भी नेपाल में सबसे बड़ा हिंधू धर्म है। मगर जनसंख्या 81.19% पर आ गई है। मुस्लिम आबादी 2011 में 4.39% थी, अब बढ़कर 5.09% हो गई है। चर्चों की संख्या बढ़ रही है और उनका असर भी दिखाई दे रहा है।
इस वजह से बढ़ रही मुस्लिम आबादी
यहां रहने वाले मुस्लिम परिवारों में हाई बर्थ रेट है। पिछले चंद सालों में नेपाल में कई मुस्लिम संस्थाओं की उपस्थिति बढ़ी है। नेपाल और भारत की खुली सीमा के कारण जनसंख्या में प्राकृतिक बदलाव हो रहे हैं।