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Up kiran,Digital Desk : दिन में निकल रही गुनगुनी धूप को देखकर अगर आप सोच रहे हैं कि इस बार सर्दी ज्यादा नहीं पड़ेगी, तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का साफ कहना है कि यह तो बस शांति है... असली 'तूफान' तो 5 दिसंबर के बाद आने वाला है। हिमालय पर एक नया मौसम का सिस्टम (पश्चिमी विक्षोभ) बन रहा है, जो अपने साथ बर्फीली हवाएं लेकर आएगा और पूरे राजस्थान को कंपकंपी छुड़ाने पर मजबूर कर देगा।

इस बार की सर्दी क्यों होगी 'टॉर्चर' वाली?

  • लंबे समय तक चलेगी शीतलहर: इस बार शीतलहर (Cold Wave) के दिन सामान्य से ज्यादा होंगे। यानी कड़ाके की ठंड लंबे समय तक झेलनी पड़ सकती है।
  • रातें होंगी ज्यादा ठंडी: न्यूनतम तापमान औसत से भी नीचे जाने की संभावना है, जिसका मतलब है कि रातें बहुत ज्यादा सर्द होंगी।
  • 'मावठ' की कमी: इस बार सर्दियों में होने वाली बारिश (मावठ) के आसार कम हैं। इसका मतलब है कि दिन में तो धूप निकल सकती है, लेकिन बारिश न होने से सूखी और चुभने वाली ठंड का अहसास ज्यादा होगा।

अलर्ट! इन जिलों पर रहेगी खास नजर

  • सबसे ज्यादा असर: पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के इलाकों में सर्दी का सितम ज्यादा देखने को मिलेगा।
  • येलो अलर्ट जारी:चूरू, झुंझुनूं और सीकर में 3 से 5 दिसंबर के लिए शीतलहर का 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है।
  • यहां भी रहें सावधान: जयपुर, अलवर, नागौर और दौसा जैसे जिलों में भी हल्की शीतलहर चलने की पूरी संभावना है।

ये तो सिर्फ ट्रेलर है... पारा अभी से लुढ़कने लगा है

सर्दी के आने का 'ट्रेलर' तो पिछले 24 घंटों में ही दिखना शुरू हो गया है। कई शहरों में रात का तापमान 1 से 2 डिग्री तक गिर चुका है।

  • सबसे ठंडा: बीकानेर का लूणकरणसर 5.8 डिग्री के साथ प्रदेश में सबसे ठंडा रहा।
  • अन्य शहर भी कांपे: फतेहपुर में पारा 6.5, चूरू में 7.4, और गंगानगर में 7.8 डिग्री तक पहुंच गया है।

हालांकि, दिन में निकल रही अच्छी धूप से थोड़ी राहत जरूर मिल रही है। बाड़मेर में तो दिन का तापमान 30 डिग्री के पार चला गया। लेकिन यह राहत बस कुछ ही दिनों की मेहमान है। 5 दिसंबर के बाद मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है, इसलिए अपने गर्म कपड़े और रजाइयां तैयार कर लीजिए!