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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की राजनीति में उपचुनावों का पहला चरण खत्म होते ही सियासी पारा और चढ़ गया है। इस बार की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर रही वोटिंग का प्रतिशत, जो उम्मीद से कहीं ज्यादा था। सुबह से ही पोलिंग बूथों पर लगी लंबी-लंबी कतारें देखकर हर कोई हैरान था। अब इस रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला रिएक्शन आया है, और उन्होंने बिहार की जनता का दिल से आभार जताया है।

क्या कहा CM नीतीश कुमार ने?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारी संख्या में मतदान करने के लिए बिहार के लोगों, खासकर महिलाओं और युवाओं का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट में लिखा:

"लोकसभा उपचुनावों के पहले चरण में भारी संख्या में मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी मतदाताओं का हार्दिक अभिनंदन। लोकतंत्र की मजबूती के लिए आपका यह उत्साह प्रशंसनीय है।"

नीतीश कुमार का यह बयान सिर्फ एक 'थैंक यू' नोट नहीं है, बल्कि यह उनकी और उनकी पार्टी JDU की खुशी और राहत को भी दिखाता है। आमतौर पर माना जाता है कि जब भी वोटिंग प्रतिशत बढ़ता है, तो यह मौजूदा सरकार के खिलाफ गुस्से का संकेत हो सकता है। लेकिन नीतीश कुमार इसे एक अलग और सकारात्मक नजरिए से देख रहे हैं।

क्यों हैं नीतीश कुमार इतने खुश?

नीतीश कुमार और उनकी सरकार का मानना है कि यह बंपर वोटिंग उनके विकास के कामों पर जनता की मुहर है। उनका तर्क है कि लोग उनके शासन में हुए बदलावों से खुश हैं और इसी खुशी को जाहिर करने के लिए वे इतनी बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकले हैं।

महिलाओं का बढ़ा-चढ़ाकर हिस्सा लेना: नीतीश कुमार हमेशा से ही महिला वोटर्स को अपना सबसे बड़ा समर्थक मानते आए हैं। शराबबंदी और लड़कियों के लिए चलाई गई योजनाओं का उन्हें हमेशा फायदा मिला है। इस बार भी महिलाओं का वोटिंग में भारी उत्साह दिखाना JDU के लिए एक बहुत बड़ा प्लस पॉइंट माना जा रहा है।

युवाओं का भरोसा: JDU का मानना है कि रोजगार और विकास के मुद्दे पर युवाओं ने भी उन पर भरोसा जताया है।

हालांकि, RJD जैसे विपक्षी दल इस बंपर वोटिंग को 'बदलाव की लहर' बता रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार के इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि वह जनता के इस फैसले को लेकर कितने आश्वस्त हैं।

अब यह तो वोटों की गिनती के बाद ही पता चलेगा कि जनता का यह 'रिकॉर्ड' प्यार किसके हिस्से में जाता है, लेकिन एक बात तो तय है - बिहार की जनता ने अपना फैसला सुना दिया है, और इस बार का फैसला बहुत जोरदार है।