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Up Kiran, Digital Desk: भारत की आत्मनिर्भरता ने आज आसमान में एक नई और ऐतिहासिक उड़ान भरी है। स्वदेशी लड़ाकू विमान LCA तेजस के सबसे एडवांस्ड और घातक वर्जन, Mk1A, ने आज नासिक स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बेस से अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली। यह सिर्फ एक टेस्ट फ्लाइट नहीं, बल्कि 'मेक इन इंडिया' अभियान और भारतीय वायुसेना की भविष्य की ताकत के लिए एक बहुत बड़ा मील का पत्थर है।

लगभग 15-20 मिनट की इस पहली उड़ान के दौरान, विमान ने सभी मानकों पर खरा उतरते हुए एक परफेक्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग की।

क्यों है यह तेजस इतना खास और खतरनाक?

Tejas Mk1A, पुराने तेजस का एक अपग्रेडेड संस्करण है, जिसे भविष्य की जंग की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें कई ऐसी खूबियां हैं जो इसे अपने पुराने वर्जन से कहीं ज्यादा खतरनाक बनाती हैं:

एडवांस्ड रडार: इसमें AESA (एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे) रडार लगा है, जो दुश्मन के विमानों को बहुत दूर से ही ट्रैक कर सकता है।

मिसाइलों का जखीरा: यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली लेटेस्ट मिसाइलों से लैस होगा।

इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट: इसमें एक ऐसा आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली है जो दुश्मन के रडार को जाम कर सकता है और मिसाइलों को चकमा दे सकता है।

आसान मेंटेनेंस: इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसका रखरखाव और मरम्मत बहुत तेजी से हो सके, ताकि यह जंग के समय हर वक्त तैयार रहे।

वायुसेना को मिलेंगे 83 नए ‘शिकारी: भारतीय वायुसेना ने HAL को 83 LCA Tejas Mk1A विमान बनाने का ऑर्डर दिया है, जिसकी कीमत 48,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। यह 'मेक इन इंडिया' के तहत अब तक के सबसे बड़े रक्षा सौदों में से एक है। इन विमानों के शामिल होने से वायुसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा, खासकर पुराने पड़ चुके MiG-21 विमानों की जगह लेने में यह एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।

यह सफल उड़ान इस बात का सबूत है कि भारत अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में सिर्फ खरीदार नहीं, बल्कि एक विश्व-स्तरीय निर्माता बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।