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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के छपरा जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्य अपनी जान गंवा बैठे। यह घटना सोमवार को हुई, जब परिवार के सदस्य दिघवारा-शेरपुर सिक्स लेन पुल निर्माण स्थल के पास स्नान करने गए थे। जानकारी के मुताबिक, जब ये लोग स्नान कर रहे थे, तो पुल निर्माण के कारण बाढ़ का पानी सड़क पर आ गया था, जिससे पानी की गहराई का अनुमान नहीं लग पाया। स्थिति से बेखबर इन लोगों ने एक-दूसरे को बचाने के लिए संघर्ष किया, लेकिन इसके परिणामस्वरूप तीनों की डूबने से मौत हो गई। इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है, खासकर तब जब मृतक युवक के बेटे का जन्मदिन एक दिन पहले ही मनाया गया था। अब परिवार के सदस्य गहरे शोक में हैं, और इस हादसे ने एक बार फिर से सार्वजनिक सुरक्षा और अव्यवस्थित निर्माण कार्यों पर सवाल खड़े किए हैं।

दूसरी ओर, पटना सिटी के आलमगंज थाना क्षेत्र में भी सोमवार को एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सावन महीने के पहले सोमवारी पर पांच किशोर गंगा नदी में स्नान करने गए थे। तेज बहाव में बहने के कारण ये किशोर डूबने लगे। गंगा घाट पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया, जिससे तैनात एसएसबी जवानों ने तत्परता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस अभियान के दौरान तीन किशोरों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन दो किशोर अब भी लापता हैं। गोताखोरों की मदद से इनकी तलाश जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब किशोर नदी के तेज बहाव में बहने लगे, तो शोर मचाने पर एसएसबी के जवानों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर उन्हें बचाने का प्रयास किया। अब प्रशासन इन लापता किशोरों की खोज में जुटा हुआ है।

इन घटनाओं ने सार्वजनिक सुरक्षा की कमजोरियों को उजागर किया है। छपरा में पुल निर्माण कार्य की लापरवाही के कारण हुए हादसे ने एक परिवार को शोक में डुबो दिया है, वहीं पटना में नदी में स्नान के दौरान घटित घटनाओं ने उन युवाओं की जान को खतरे में डाल दिया, जो गंगा के पवित्र जल में शुद्धि पाने गए थे। ऐसे हादसे न केवल मौत का कारण बनते हैं, बल्कि इनसे जुड़ी अव्यवस्थाओं और सुरक्षा उपायों की कमी पर भी गंभीर सवाल खड़े होते हैं।

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