
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दोहराते हुए एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने खुलासा किया है कि हाल ही में चलाए गए 'ऑपरेशन महादेव' में मारे गए तीन आतंकवादी पिछले साल पहलगाम में हुए उस आतंकी हमले में शामिल थे, जिसमें कई नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाया गया था।
गृह मंत्री शाह ने देश को आश्वस्त किया कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगी और सुरक्षा बलों को ऐसे तत्वों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की पूरी छूट है। उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई के दम पर 'ऑपरेशन महादेव' को अंजाम दिया गया, जिसमें पहलगाम हमले के पीछे के मास्टरमाइंड और इसमें शामिल अन्य आतंकियों को मार गिराया गया।
शाह ने जोर देकर कहा कि भारत की सुरक्षा एजेंसियां और सेना देश की संप्रभुता और शांति को भंग करने की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को उनके किए की सजा मिलेगी और कोई भी आतंकी बच नहीं पाएगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने पर सरकार का विशेष ध्यान है।
ऑपरेशन महादेव की सफलता सुरक्षा बलों की बहादुरी, पेशेवर दक्षता और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल का प्रमाण है। यह न केवल पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए न्याय है, बल्कि यह उन सभी तत्वों के लिए एक कड़ा संदेश भी है जो देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश करते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने देश को यह भी बताया कि सरकार जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल करने और विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका यह बयान आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति और सुरक्षा बलों के अटूट समर्थन को दर्शाता है।
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