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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि पाइथागोरस प्रमेय एक खजाने की खोज की कहानी हो सकती है या बीजगणित का 'x' किसी जासूसी उपन्यास का रहस्यमयी किरदार? अगर नहीं, तो आज का दिन इसी कल्पना को सच करने का है। आज, 25 सितंबर, पूरी दुनिया में 'गणित कहानी सुनाने दिवस' (Math Storytelling Day) के रूप में मनाया जाता है। यह एक ऐसा अनोखा दिन है जो गणित जैसे अमूर्त और अक्सर डरावने लगने वाले विषय को कहानियों की जादुई दुनिया से जोड़ता है, ताकि नंबरों का डर हमेशा के लिए खत्म हो सके।

क्यों है गणित को कहानियों की ज़रूरत?

ज्यादातर लोगों के लिए, गणित सिर्फ फॉर्मूलों, समीकरणों और अमूर्त सिद्धांतों का एक जटिल जाल है। बच्चे (और कई बड़े भी) अक्सर यह सवाल पूछते हैं, "असली जिंदगी में इसका क्या काम है?" यहीं पर 'गणित कहानी सुनाने' की भूमिका आती है। यह सिर्फ संख्याओं के बारे में कहानियां सुनाना नहीं है, बल्कि यह गणितीय अवधारणाओं को रोजमर्रा के जीवन के अनुभवों, रोमांचक कारनामों और मजेदार पहेलियों में बुनने की कला है।

यह उस खाई को पाटता है जो अमूर्त गणित और वास्तविक दुनिया के बीच मौजूद है।

कैसे काम करता है यह जादुई तरीका?

विज़ुअलाइज़ेशन (दृश्य बनाना): जब हम कहते हैं, "एक दुकानदार ने 10 में से 3 संतरे बेच दिए," तो यह एक साधारण घटाव का सवाल है। लेकिन जब हम एक कहानी सुनाते हैं, "एक जंगल में फलों का बाजार लगा था, जहां टीटू बंदर के पास 10 चमकीले संतरे थे, तभी भोलू हाथी आया और 3 संतरे खरीद लिए, अब बताओ टीटू के पास कितने संतरे बचे?" तो यह बच्चों के दिमाग में एक तस्वीर बनाता है। वे संख्या को नहीं, बल्कि कहानी के पात्रों को याद रखते हैं, जिससे गणित अपने आप हल हो जाता है।

भावनात्मक जुड़ाव: कहानियां गणित में भावनाएं जोड़ती हैं। एक त्रिकोण सिर्फ तीन भुजाओं वाली आकृति नहीं रहता, वह मिस्र के पिरामिड का रहस्यमयी दरवाजा बन सकता है जिसे खोलने के लिए उसके क्षेत्रफल का पता लगाना ज़रूरी है। यह भावनात्मक जुड़ाव सीखने की प्रक्रिया को यादगार और मजेदार बनाता है।

तार्किक सोच को बढ़ावा: गणितीय कहानियों में अक्सर एक समस्या होती है जिसे कहानी के पात्रों को हल करना होता है। बच्चे कहानी के साथ-साथ उस समस्या को भी हल करने की कोशिश करते हैं, जिससे उनकी तार्किक और महत्वपूर्ण सोच (logical and critical thinking) की क्षमता विकसित होती है।

सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बड़ों के लिए भी है खास

यह दिन केवल बच्चों को गणित सिखाने के लिए ही नहीं है। यह उन सभी के लिए है जो कभी गणित से डरते थे। यह हमें याद दिलाता है कि गणित केवल गणना करने का उपकरण नहीं है, बल्कि यह हमारे आसपास की दुनिया को समझने का एक शक्तिशाली माध्यम है। चाहे वह बजट बनाने की चुनौती हो या क्रिकेट के स्कोर का विश्लेषण, हर जगह गणित की एक कहानी छिपी है।