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Up Kiran, Digital Desk: हरियाणा में खेल जगत से जुड़ी एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। राज्य की होनहार टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की निर्मम हत्या ने समाज में महिला सुरक्षा, पारिवारिक विश्वास और मानसिक स्वास्थ्य पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हत्या की गुत्थी हर दिन नए मोड़ ले रही है, जिससे जुड़ी जानकारी और भी चौंकाने वाली होती जा रही है।
घटना गुरुवार सुबह की है, जब करीब साढ़े दस बजे राधिका के पिता दीपक यादव ने उस पर पीछे से गोलियां दाग दीं। राधिका की पीठ में तीन और कंधे पर एक गोली लगने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह सुनियोजित अपराध मात्र एक आवेश का परिणाम नहीं था, बल्कि अब जो खुलासे हो रहे हैं, उनसे प्रतीत होता है कि इस हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी।
करीबी दोस्त ने खोले राज
राधिका की करीबी मित्र हिमांशिका ने इस मामले में एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उसने कई सनसनीखेज बातें कही हैं। हिमांशिका के अनुसार, राधिका के पिता तीन दिनों से हत्या की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने जानबूझकर राधिका के भाई और घर के पालतू कुत्ते को उस दिन घर से दूर रखा, ताकि कोई भी उसे बचा न सके। दोस्त का दावा है कि दीपक यादव ने कुछ परिचितों की बातों में आकर यह घिनौना कदम उठाया। उन लोगों ने राधिका के चरित्र पर सवाल उठाते हुए उसके पिता का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया।
हिमांशिका ने आगे बताया कि राधिका की सफलता और उसकी बढ़ती लोकप्रियता से उसके पिता के कुछ दोस्त चिढ़ने लगे थे। उनके द्वारा की गईं कुछ टिप्पणियां बेहद आपत्तिजनक थीं। उन्होंने राधिका के बारे में कहा, “अब तो ये मेकअप करने लगी है, छोटे कपड़े पहनती है, अब तू इसके पैसों पर जी रहा है, इससे धंधा ही करवा दे।” इन भद्दे आरोपों ने दीपक यादव को मानसिक रूप से इतना प्रभावित किया कि उन्होंने बेटी की जान ले ली।
सोशल मीडिया पर रील्स को लेकर हो रही चर्चाओं पर भी हिमांशिका ने प्रतिक्रिया दी। उसने साफ किया कि राधिका का सोशल मीडिया अकाउंट प्राइवेट था और उस पर केवल 68 फॉलोअर्स थे। ऐसे में रील बनाने या किसी तरह की सार्वजनिक गतिविधि का सवाल ही नहीं उठता। हिमांशिका का कहना है कि राधिका एक बेहद शालीन और संस्कारी लड़की थी, जिसे वह व्यक्तिगत रूप से जानती थी।
वह बताती है कि राधिका पिछले दस दिनों से मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगी थी। उसने अपने परिवार से भी कह दिया था कि वो जैसे कहेंगे, वह वैसा ही करेगी, लेकिन इसके बावजूद उसके पिता का व्यवहार बेहद असंवेदनशील और कठोर बना रहा। हिमांशिका के अनुसार, दीपक यादव के चेहरे पर भाव शून्यता थी, मानो वे किसी मानसिक दबाव में अपनी सोच खो चुके थे।
ताऊ का बयान भी चर्चा में
इस हत्याकांड के बाद राधिका के ताऊ विजय यादव का भी बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि वारदात के बाद दीपक यादव बेहद टूट चुके थे और बार-बार यही कह रहे थे कि उनसे "कन्यावध" हो गया। थाने पहुंचने के बाद भी उन्होंने बिना किसी दबाव के अपना अपराध स्वीकार करते हुए कहा कि उनके खिलाफ ऐसी शिकायत लिखी जाए जिससे उन्हें फांसी की सजा मिल सके।
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