_275954938.png)
Up Kiran, Digital Desk: आज के दौर में जब समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और वैश्विक प्रभुत्व की दौड़ तेज़ हो गई है, तो किसी भी देश की नौसेना की ताक़त उसके एयरक्राफ्ट कैरियर्स और उन पर तैनात फाइटर जेट्स से तय होती है। ये खास किस्म के विमान न केवल पानी से उड़ान भरने में सक्षम होते हैं, बल्कि बेहद उन्नत टेक्नोलॉजी से लैस होते हैं, जो उन्हें हवा में अद्वितीय बनाती है। यहां हम आपको बताते हैं उन छह युद्धक विमानों के बारे में जो दुनिया की बड़ी नौसेनाओं के लिए रणनीतिक हथियार बन चुके हैं।
1. शेनयांग जे-15 (चीन): ‘फ्लाइंग शार्क’ जो समुद्र की लहरों से सीधा आसमान में
चीन का यह ट्विन-इंजन फाइटर जेट खासतौर पर उसकी नौसेना के लिए डिजाइन किया गया है। इसे शेनयांग एयरोस्पेस ने विकसित किया है और यह 4.5 पीढ़ी की तकनीक से लैस है। किसी भी मौसम में उड़ान भरने की क्षमता, और aircraft carrier से take-off करने की योग्यता इसे बेहद खास बनाती है। PLA Navy इस जेट का इस्तेमाल अपनी समुद्री मौजूदगी को मजबूत करने में कर रही है।
2. मिग-29K (रूस/भारत): समुद्र से हवा में बिजली सी रफ्तार
रूस में बना यह मल्टीरोल फाइटर जेट भारतीय नौसेना की रीढ़ बन चुका है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत ने अपने दो प्रमुख विमानवाहक पोत — INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य — के लिए 42 से अधिक मिग-29K खरीदे हैं। ये फाइटर मैक 2+ की स्पीड से उड़ सकता है और बेहद ऊंचाई तक पहुंचने में सक्षम है। इसकी क्षमताएं भारत की समुद्री रक्षा को और भी मज़बूत बनाती हैं।
3. राफेल एम (फ्रांस): हवा, ज़मीन और समुद्र — तीनों मोर्चों पर तैयारी
राफेल एम, फ्रांस का नेवल एडिशन है, जिसे खासतौर पर समुद्री ऑपरेशनों के लिए तैयार किया गया है। यह न सिर्फ दुश्मन के जहाजों पर हमला कर सकता है, बल्कि जरूरत पड़ने पर न्यूक्लियर हमलों के खतरे से भी मुकाबला कर सकता है। भारत भी INS Vikrant के लिए इस जेट को शामिल करने पर विचार कर रहा है।
4. बोइंग F/A-18E सुपर हॉर्नेट (अमेरिका): अमेरिकी नौसेना की पसंदीदा शक्ति
F/A-18E अमेरिका का भरोसेमंद स्ट्राइक फाइटर है, जो अनेक मिशनों में सक्षम है। इसकी अधिकतम गति मैक 1.8+ है और यह AIM-9 साइडवाइंडर व AIM-7 स्पैरो जैसी घातक मिसाइलें ले जा सकता है। इसकी versatility इसे किसी भी ऑपरेशन में उपयुक्त बनाती है।
5. एफ-35बी लाइटनिंग II (अमेरिका): अगली पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर
एफ-35बी अकेला ऐसा स्टील्थ फाइटर है जो कम जगह से उड़ान भर सकता है और वर्टिकल लैंडिंग करने में सक्षम है। अमेरिका इसे अपनी नौसेना की आधुनिकता का प्रतीक मानता है। इसकी 5वीं पीढ़ी की तकनीक और रडार से बच निकलने की क्षमता इसे सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों में गिनती में लाती है।