
Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) मुख्यालय के यांत्रिक विभाग ने हाल ही में ट्रैक निरीक्षण और रखरखाव (मेंटेनेंस) के लिए इस्तेमाल होने वाली ट्रॉलियों के सुरक्षित और कुशल संचालन प्रक्रियाओं पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया।
इस सेमिनार में विजयवाड़ा, गुंटकल, गुंटूर, सिकंदराबाद और हैदराबाद डिवीजनों से यांत्रिक विभाग के अधिकारी, फील्ड स्टाफ और इंजीनियरों ने हिस्सा लिया। इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों के ज्ञान को बढ़ाना और इन ट्रॉलियों के उपयोग में सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना था।
सेमिनार के मुख्य अतिथि और दक्षिण मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, श्री आनंद भाटिया ने अपने संबोधन में सुरक्षित और प्रभावी ट्रॉली संचालन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने 'ज़ीरो डिफेक्ट, ज़ीरो एक्सीडेंट' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्नत तकनीकों के उपयोग और नियमित रखरखाव पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया।
दक्षिण मध्य रेलवे के अतिरिक्त प्रधान मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, श्री विजय कुमार ने भी सुरक्षित संचालन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कर्मचारियों के बीच सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
विजयवाड़ा डिवीजन के वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (कोचिंग), श्री एम. वेंकट रमना ने ट्रॉलियों के तकनीकी पहलुओं और उनके सही उपयोग की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने व्यावहारिक चुनौतियों और उनके समाधानों पर भी चर्चा की।
यह सेमिनार सुरक्षित ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने में ट्रैक निरीक्षण और रखरखाव ट्रॉलियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है। रेलवे द्वारा ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना कर्मचारियों की दक्षता और सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाने में सहायक होता है।
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