_1954387673.png)
Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया कि गाज़ा से उनकी सेना की पूरी तरह से वापसी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भले ही हमास के साथ समझौता करीब है, लेकिन इज़राइल अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। नेतन्याहू ने बताया कि मिस्र में चल रही बातचीत में उन्होंने एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है, जो तकनीकी मुद्दों को अंतिम रूप दे रहा है। उनका कहना है कि ‘यह समझौता सच है, और ईश्वर की कृपा से, यह जल्द ही लागू होगा।’
ट्रंप ने दिया हमास को अल्टीमेटम – जल्दी फैसला करो वरना सब खत्म
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा कि अगर हमास जल्दी फैसला नहीं लेता, तो सारी उम्मीदें खत्म हो सकती हैं। उन्होंने कहा, "मैं कोई देरी बर्दाश्त नहीं करूँगा। गाज़ा को फिर से खतरे में नहीं डाला जा सकता।" ट्रंप ने हमास को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि देर करने की कोई गुंजाइश नहीं है।
‘प्रारंभिक वापसी रेखा’ पर सहमति – बड़ा संकेत शांति की ओर?
ट्रंप के मुताबिक, इज़राइल एक ‘प्रारंभिक वापसी रेखा’ पर सहमत हो चुका है। यह प्रस्ताव हमास को भी दिखाया गया है। ट्रंप का कहना है कि अगर हमास इसे स्वीकार करता है, तो युद्धविराम तुरंत लागू होगा और बंधकों की अदला-बदली की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। यह कदम गाज़ा संघर्ष को खत्म करने की दिशा में एक अहम पड़ाव माना जा रहा है।
इज़राइल ने रोकी बमबारी – बंधकों की रिहाई की उम्मीद तेज
ट्रंप ने इज़राइल के इस फैसले की सराहना की कि उन्होंने अस्थायी रूप से गाज़ा में बमबारी रोक दी है। उन्होंने कहा कि यह कदम शांति समझौते और बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए लिया गया है। इज़राइली प्रधानमंत्री ने भी इशारा किया कि आने वाले कुछ दिनों में सभी बंधकों की रिहाई की घोषणा हो सकती है।