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Trump Action: अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले चुके डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर दुनिया पर प्रहार करने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रंप ने मंगलवार को ऑटोमोबाइल क्षेत्र पर 25 प्रतिशत कर लगाने का संकेत दिया और घोषणा की कि वह सेमीकंडक्टर चिप्स और फार्मास्यूटिकल्स के आयात पर भी आयात शुल्क लगाएंगे। समाचार एजेंसियों ने कहा है कि इससे निकट भविष्य में वैश्विक व्यापार में बड़े बदलाव आएंगे। इस घोषणा के कारण बुधवार को भारतीय दवा कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।

शुक्रवार को ट्रंप ने घोषणा की कि ऑटोमोबाइल पर कर 2 अप्रैल से लागू किया जाएगा। ट्रंप लगातार ये दावा करते रहे हैं कि विदेशी बाज़ारों में अमेरिकी ऑटोमोबाइल निर्यात के साथ अनुचित व्यवहार किया जाता है। यूरोप में वाहन आयात पर 10% शुल्क लगता है, जबकि अमेरिका में यह 2.5% है। वे चाहते हैं कि यूरोपीय देश करों में कटौती करें।

चिप्स और दवाइयों पर टैक्स कब से लगेगा?

मंगलवार को फ्लोरिडा में मीडिया से बात करते हुए रम्प ने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर चिप्स पर भी 25% या उससे अधिक कर लगाया जाएगा। एक वर्ष के बाद इस कर को और बढ़ाया जा सकता है।

आने वाले हफ्तों में दुनिया भर की नामी कंपनियां अमेरिका में निवेश करने की तैयारी कर रही हैं। इसीलिए उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह कर कब लगाया जाएगा।

पिछले हफ्ते ट्रंप ने अपनी आर्थिक टीम को पारस्परिक टैरिफ लागू करने के लिए एक योजना तैयार करने का निर्देश दिया था। इस योजना के तहत अमेरिका प्रत्येक देश के उत्पादों पर उसी दर से टैरिफ लगाएगा जिस दर पर उस देश द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाया जाता है।