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Up Kiran, Digital Desk: जयपुर की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली सेंट्रल जेल में शनिवार तड़के जो हुआ, उसने न केवल जेल प्रशासन को सकते में डाल दिया, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ा दी है। सुबह लगभग 3:30 बजे दो कैदी जेल से भाग निकले। इस घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि जब हाई सिक्योरिटी जेल में ऐसा हो सकता है, तो शहर की बाकी सुरक्षा व्यवस्था कितनी भरोसेमंद है?
चार दिन पहले आए थे जेल, अब खुलेआम घूम रहे हैं
फरार होने वाले कैदियों की पहचान नवल किशोर महावर और अनीस उर्फ दानिश के रूप में हुई है। दोनों को हाल ही में चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वे मात्र चार-पांच दिन पहले ही जेल में दाखिल हुए थे और इतने कम समय में ही उन्होंने भागने की पूरी योजना बना ली।
पाइप और बाथरूम बना फरारी का रास्ता
सूत्रों की मानें तो दोनों कैदी अपने बैरक के बाथरूम की ग्रिल तोड़कर बाहर निकले और फिर जेल के अंदर लगे पाइप का इस्तेमाल कर करीब 27 फीट ऊंची दीवार को फांदकर बाहर निकल गए। सुबह कैदियों की गिनती के दौरान उनकी गैरमौजूदगी का पता चला, जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया।
पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर
एडीजी (जेल) रूपेंद्र सिंह ने बताया कि फरारी की खबर मिलते ही पुलिस को सूचित कर दिया गया था और अब पुलिस व जेल विभाग संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं। एसीपी नारायण कुमार के मुताबिक दोनों अपराधी पेशेवर हैं और पहले से भागने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने उनके संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है।
पहले भी विवादों में रह चुकी है यह जेल
यह पहली बार नहीं है जब जयपुर की यह जेल चर्चा में आई हो। कुछ समय पहले इसी जेल से राजस्थान के मुख्यमंत्री को धमकी भरे संदेश भेजे गए थे। इतना ही नहीं, एक सप्ताह पहले एक बंदी ने जेल के अंदर से इंस्टाग्राम रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी, जिसकी जांच अभी भी जारी है।
गैंगस्टर इंटरव्यू और फायरिंग केस की यादें ताज़ा
यही जेल उस वक्त भी सुर्खियों में आई थी जब पंजाब पुलिस की एसआईटी ने दावा किया था कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू यहीं से हुआ था। 2023 में जी क्लब फायरिंग केस में पुलिस ने लॉरेंस को जयपुर लाकर इसी जेल में रखा था।