_2053106778.jpg)
Up Kiran, Digital Desk: सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Exam) की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों के लिए एक बहुत बड़ी और राहत की खबर है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने परीक्षा प्रक्रिया में एक ऐतिहासिक बदलाव करने का फैसला किया है। अब, यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा की आंसर-की (Answer Key) के लिए छात्रों को साल भर का लंबा और तनावपूर्ण इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
क्या है यह बड़ा बदलाव: अब तक, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की पूरी प्रक्रिया (प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू) खत्म होने के बाद ही प्रीलिम्स की आधिकारिक आंसर-की जारी करता था। इसमें लगभग एक साल का समय लग जाता था। इस वजह से, छात्र महीनों तक अनिश्चितता में रहते थे कि उन्हें मेन्स की तैयारी करनी चाहिए या नहीं, जिससे उनका कीमती समय और ऊर्जा दोनों बर्बाद होते थे।
लेकिन अब यह बदलने जा रहा है। परीक्षा सुधारों के लिए बनाई गई एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को मानते हुए यूपीएससी ने फैसला किया है कि प्रीलिम्स परीक्षा के आयोजन के तुरंत बाद ही आधिकारिक आंसर-की जारी कर दी जाएगी।
इस फैसले से छात्रों को क्या फायदा होगा?
पारदर्शिता बढ़ेगी: इस फैसले से परीक्षा प्रक्रिया में और ज्यादा पारदर्शिता आएगी और किसी भी तरह के भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी।
सही आकलन: छात्र परीक्षा के तुरंत बाद अपने प्रदर्शन का सही-सही आकलन कर पाएंगे और उन्हें पता चल जाएगा कि उनके कितने उत्तर सही हैं।
समय की बचत: छात्र अब बिना किसी अनिश्चितता के यह फैसला कर पाएंगे कि उन्हें मेन्स परीक्षा की तैयारी शुरू करनी है या अगले प्रयास पर ध्यान केंद्रित करना है।
मानसिक दबाव कम होगा: रिजल्ट का लंबा इंतजार छात्रों पर एक बड़ा मानसिक दबाव बनाता था, जो अब काफी हद तक कम हो जाएगा।
यूपीएससी के इस छात्र-हितैषी फैसले का देशभर के सिविल सेवा उम्मीदवारों ने स्वागत किया है। यह कदम न केवल परीक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाएगा, बल्कि लाखों युवाओं के भविष्य को लेकर एक स्पष्ट दिशा भी देगा।