
Up Kiran, Digital Desk: शिवभक्तों की आस्था का महापर्व, पवित्र कांवड़ यात्रा, हर साल की तरह इस बार भी पूरी भव्यता के साथ शुरू होने वाली है। लाखों की संख्या में शिवभक्त अपनी कांवड़ लेकर गंगा जल भरने हरिद्वार और अन्य पवित्र स्थलों की ओर कूच करेंगे। इस महाकुंभ को सुरक्षित, सुगम और सुविधापूर्ण बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2025 की कांवड़ यात्रा के लिए अभी से कमर कस ली है और कई शानदार इंतज़ाम किए हैं।
ट्रैफिक के लिए 'सुपर जोन' और नई सुविधाएं:
उत्तर प्रदेश सरकार ने यात्रा के दौरान ट्रैफिक को सुचारु रखने के लिए एक नई पहल की है – 'सुपर जोन' बनाए जा रहे हैं। ये ज़ोन यातायात प्रबंधन और कांवड़ियों की आवाजाही को नियंत्रित करने में मदद करेंगे, ताकि कहीं जाम न लगे और यात्रियों को परेशानी न हो। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्गों पर कोई बड़ा डायवर्जन नहीं होगा, जिससे आम यात्रियों को भी कम दिक्कत होगी। सभी मार्गों पर बिजली, पानी और साफ-सफाई की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
खाने की सुरक्षा के लिए QR कोड: एक आधुनिक कदम!
इस बार की यात्रा में एक बेहद आधुनिक कदम उठाया गया है – खाने-पीने की सुरक्षा के लिए QR कोड! कांवड़ मार्ग पर मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और सही कीमत सुनिश्चित करने के लिए खाने के स्टॉलों पर क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि श्रद्धालुओं को साफ और सुरक्षित भोजन मिले और कोई अधिक कीमत न वसूल पाए। यह वाकई में एक सराहनीय कदम है, जो श्रद्धालुओं की सेहत का ख्याल रखेगा।
सुरक्षा और सुविधा पर विशेष ध्यान:
कानून-व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर खास जोर दिया जा रहा है।
नारी शक्ति का सम्मान: महिला कांवड़ियों के लिए अलग से वॉशरूम और चेंजिंग रूम की व्यवस्था की जा रही है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
अंतर्राज्यीय समन्वय: उत्तर प्रदेश सरकार पड़ोसी राज्यों जैसे उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए है ताकि यात्रा बिना किसी रुकावट के पूरी हो सके।
तकनीकी निगरानी: पूरे यात्रा मार्ग की ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता बनी रहे।
नियमों का पालन: लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए परमिशन लेनी होगी और डीजे पर अश्लील गाने नहीं बजेंगे। साथ ही, खतरनाक या नुकीली चीजें, और तय ऊंचाई से ऊंचे त्रिशूल या अन्य वस्तुएं यात्रा मार्ग पर प्रदर्शित नहीं होंगी।
आपातकालीन सेवाओं की तैयारी:
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड, आपदा राहत बल और मेडिकल टीमें स्टैंडबाय पर रहेंगी। एम्बुलेंस और डॉक्टर भी यात्रा मार्ग पर मौजूद रहेंगे।
लगभग 4-5 करोड़ शिवभक्तों के इस महाकुंभ को सुचारु बनाने के लिए यूपी सरकार ने ये सभी इंतज़ाम किए हैं। यह सुनिश्चित करना है कि हर कांवड़िया की यात्रा न सिर्फ आध्यात्मिक हो, बल्कि सुरक्षित और सुविधाजनक भी हो। यह तैयारी वाकई में प्रशंसनीय है!
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