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यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध एक बार फिर नए मोड़ पर आ गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के सामने एक नई शांति पेशकश रखी है। उन्होंने 30 दिन तक आम नागरिकों के खिलाफ किसी भी प्रकार के हवाई हमले रोकने का प्रस्ताव दिया है। यह पेशकश उन्होंने रूस द्वारा घोषित ईस्टर युद्धविराम के दौरान किए गए कथित उल्लंघनों के बाद की है।

जेलेंस्की की सीधी अपील: 30 दिन का हवाई हमलों पर विराम

रविवार को जेलेंस्की ने रूस से आग्रह किया कि वह कम से कम 30 दिनों के लिए यूक्रेन के नागरिक बुनियादी ढांचे पर लंबी दूरी के ड्रोन और मिसाइल हमले बंद करे। उनका तर्क है कि ईस्टर के दिन हवाई हमले नहीं हुए, जिससे यह साबित होता है कि हवाई युद्धविराम संभव है और इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।

एक्स पर पोस्ट के जरिए सामने रखा प्रस्ताव

जेलेंस्की ने यह प्रस्ताव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट के जरिए साझा किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि यूक्रेन के कमांडर-इन-चीफ सिर्स्की की रिपोर्ट के अनुसार, ईस्टर के दिन रात 8 बजे तक रूस की ओर से युद्धविराम का 2000 बार उल्लंघन किया गया। इसमें 67 हमले केवल एक ही दिन में किए गए, जिनमें सबसे ज्यादा हमला पोक्रोवस्क दिशा में हुआ।

उन्होंने बताया कि रूस ने 1,355 बार गोलाबारी की, जिनमें 713 बार भारी हथियारों का उपयोग हुआ और 673 बार FPV ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। जेलेंस्की ने साफ किया कि रूस का यह आचरण युद्धविराम की शर्तों के बिल्कुल खिलाफ है।

ईस्टर युद्धविराम में कोई हवाई हमला नहीं हुआ – जेलेंस्की

अपने बयान में जेलेंस्की ने यह भी बताया कि हालांकि रूस ने जमीनी हमले जारी रखे, लेकिन पूरे दिन कोई हवाई हमला नहीं हुआ। इसे वे एक संकेत मानते हैं कि अगर रूस चाहे, तो हवाई हमले रोके जा सकते हैं। उन्होंने इसे ‘सबसे आसान युद्धविराम प्रारूप’ बताया, जिसे भविष्य में लंबी अवधि तक बढ़ाया जा सकता है।

सीजफायर उल्लंघन पर दोनों देशों के अलग-अलग दावे

रूस और यूक्रेन दोनों ने एक-दूसरे पर युद्धविराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों ने ईस्टर की रात 444 बार गोलाबारी की और 900 ड्रोन हमले किए, जिनमें से एक हमला क्रीमिया पर किया गया। मंत्रालय ने कहा कि कीव ने 48 फिक्स्ड-विंग यूएवी लॉन्च किए और रूसी ठिकानों को निशाना बनाया।

जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने खुद ही 2000 बार सीजफायर तोड़ा और ईस्टर के मौके पर अपने हमलों को और तेज कर दिया, जबकि राष्ट्रपति पुतिन ने 30 घंटे के युद्धविराम की घोषणा की थी।

दूसरा बड़ा युद्धविराम भी रहा असफल

यह 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद दूसरा मौका था, जब दोनों देशों ने युद्धविराम की घोषणा की थी। इससे पहले जनवरी 2023 में ऑर्थोडॉक्स क्रिसमस के मौके पर भी युद्धविराम की कोशिश हुई थी, लेकिन तब भी दोनों पक्ष किसी ठोस समझौते पर नहीं पहुंच सके थे।

क्या यह प्रस्ताव शांति की ओर बढ़ता कदम बन सकता है?

जेलेंस्की का यह प्रस्ताव एक बार फिर यह संकेत देता है कि यूक्रेन अब भी कूटनीतिक समाधान की उम्मीद छोड़ना नहीं चाहता, भले ही युद्ध की वास्तविकता इसके विपरीत हो। अगर रूस इस प्रस्ताव को मान लेता है, तो यह युद्ध में एक नया मोड़ हो सकता है, लेकिन अगर वह इसे खारिज करता है, तो यूक्रेनी राष्ट्रपति के मुताबिक यह इस बात का स्पष्ट संकेत होगा कि रूस का उद्देश्य सिर्फ विनाश और युद्ध को लंबा खींचना है।

अब देखना यह होगा कि क्रेमलिन इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया देता है और क्या वास्तव में हवाई हमलों पर विराम संभव हो सकेगा या यह भी बीते युद्धविराम प्रयासों की तरह असफल रह जाएगा।