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Up Kiran, Digital Desk: आपके घर की रसोई से लेकर आपकी जेब तक, हर चीज पर असर डालने वाला एक बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) प्रणाली में अब तक का सबसे बड़ा सुधार करते हुए इसे बेहद आसान बना दिया है। अब 5%, 12%, 18% और 28% के चार अलग-अलग टैक्स स्लैब का झंझट खत्म हो गया है।

इसकी जगह अब सिर्फ दो मुख्य दरें होंगी - 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ किया है कि इस बदलाव का एकमात्र मकसद आम आदमी पर से टैक्स का बोझ कम करना और महंगाई को काबू में लाना है।

तो आपको कैसे फायदा होगा? आसान भाषा में समझिए

इस बड़े बदलाव का सीधा और सरल मतलब यह है कि आपकी रोजमर्रा की जरूरत की कई चीजें अब सस्ती हो सकती हैं।

1. रसोई का खर्च घटेगा, ये चीजें होंगी सस्ती:
अब तक जो चीजें 12% GST स्लैब में आती थीं, उनमें से ज्यादातर को अब 5% के स्लैब में लाया गया है। इसका मतलब है कि दूध से बने उत्पाद (जैसे दही, छाछ), आटा, और कई तरह के पैकेटबंद खाद्य पदार्थों पर अब टैक्स कम लगेगा, जिससे उनकी कीमतें घट सकती हैं।

2. अमीरों पर ज्यादा टैक्स, आम आदमी को राहत:
इस नए सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि सरकार ने टैक्स का बोझ आम आदमी से हटाकर उन लोगों पर डाल दिया है जो महंगी और लग्जरी चीजें खरीदते हैं। सिगरेट, पान मसाला, महंगी गाड़ियां, 350cc से ऊपर की बाइक और कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजों पर अब 40% का भारी-भरकम टैक्स लगेगा। मतलब, जो लोग इन चीजों का इस्तेमाल करते हैं, वे ज्यादा टैक्स देंगे, जबकि आम जरूरत की चीजें सस्ती होंगी।

3. महंगाई पर लगेगी लगाम:केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने समझाया कि जब आम जरूरत की चीजों पर टैक्स कम होता है, तो इससे सीधे तौर पर महंगाई कम होती है। लोगों के हाथ में खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा बचता है, जो अर्थव्यवस्था के लिए भी अच्छा है।

4. आसान और पारदर्शी सिस्टम: अब आपको अलग-अलग चीजों पर अलग-अलग टैक्स रेट याद रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिर्फ दो मुख्य दरों के होने से पूरी टैक्स प्रणाली पहले से कहीं ज्यादा सरल और पारदर्शी हो गई है।