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uttarakhand news: अल्मोड़ा के थलमाड़ गांव में तीन ट्रैप कैमरों की असफलता ने गुलदार के खतरनाक आतंक को और भी बढ़ा दिया है। लोग अत्यधिक चिंतित हैं, खासकर बच्चों की सुरक्षा को लेकर। गांव वालों का कहना है कि वे अपने बच्चों को अकेले स्कूल भेजने में असमर्थ हैं।
कुछ समय पहले सल्ट के थलमाड़ गांव में चार गुलदार एक साथ देखे गए थे, जिसके बाद वन विभाग को सूचित किया गया। तब से वन विभाग ने गाँव में रात्रि गश्त शुरू कर दी है और गांव वालों को एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। झाड़ी काटने, रात में उचित लाइटिंग लगाने और बच्चों को समूह में स्कूल भेजने को कहा गया है। तीनों ट्रैप कैमरों में अब तक कोई गुलदार नहीं कैद हो सका है।
इस स्थिति ने गांव वालों में दहशत फैला दी है। महिलाएं अकेले जंगल जाने से डर रही हैं और बच्चे भी स्कूल जाने में सतर्क हैं। अब वन कर्मियों की निगरानी के बीच ही बच्चे स्कूल जा पा रहे हैं। सुबह और शाम के समय लोग घर से बाहर निकलते हुए भी डरे हुए हैं। यह स्थिति ग्रामीणों की सामान्य जीवन में बाधा डाल रही है और उन्होंने वन विभाग से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।