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Up kiran,Digital Desk : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खान-पान और घंटों बैठे रहने की आदत का सबसे बुरा असर हमारे पेट पर पड़ता है। फाइबर-रहित और प्रोसेस्ड फूड खाने से हमारा पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, जिससे कब्ज की समस्या एक आम बीमारी बन गई है। अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह पाइल्स, एसिडिटी और मोटापे जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।

बाजार में कब्ज के लिए कई दवाएं मौजूद हैं, लेकिन आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के इस समस्या को जड़ से खत्म करने में कारगर माने जाते हैं। राजस्थान के मशहूर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट वैद्य जगदीश सुमन ने एक ऐसा ही सदियों पुराना और आजमाया हुआ नुस्खा बताया है, जो पुरानी से पुरानी कब्ज से भी राहत दिला सकता है।

क्या है कब्ज का यह 'रामबाण' इलाज?

वैद्य जगदीश सुमन के अनुसार, कब्ज से छुटकारा पाने का सबसे असरदार घरेलू उपाय है अरंडी का तेल (Castor Oil)। उन्होंने बताया कि अगर कब्ज से जूझ रहा इंसान रोजाना सिर्फ एक छोटा चम्मच अरंडी का तेल एक गिलास गर्म पानी के साथ पी ले, तो उसकी यह परेशानी आसानी से दूर हो सकती है।

आखिर कैसे काम करता है यह चमत्कारी तेल?

आयुर्वेद में अरंडी के तेल को एक शक्तिशाली 'लैक्सेटिव' यानी प्राकृतिक 'रेचक' माना गया है, जिसका मतलब है कि यह मल को मुलायम बनाकर उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।

  • आंतों की करता है सफाई: यह तेल हमारी आंतों में जमी पुरानी गंदगी और विषैले पदार्थों (Toxins) को बाहर निकालता है।
  • मल को बनाता है सॉफ्ट: रोज इसका सेवन करने से यह मल को मुलायम बनाता है, जिससे उसे पास करने में जोर नहीं लगाना पड़ता।
  • पेट की सूजन करता है कम: इसमें हल्के मूत्रवर्धक गुण भी होते हैं, जो पेट की सूजन और भारीपन को कम करने में मदद करते हैं

कैसे और कब करें इसका सेवन?

  • विधि: एक कप गर्म पानी लें और उसमें 1 से 2 चम्मच अरंडी का तेल मिलाएं।
  • सही समय: इसे अच्छी तरह मिक्स करके सुबह खाली पेट पिएं।
  • क्या करें बाद में: इसे पीने के बाद, कुछ देर हल्की-फुल्की वॉक जरूर करें।

आप चाहें तो रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण भी ले सकते हैं, जो कब्ज में बहुत फायदेमंद होता है।

सावधान! ज्यादा सेवन हो सकता है खतरनाक

यह नुस्खा जितना कारगर है, उतनी ही सावधानी बरतने की भी जरूरत है। अरंडी के तेल का ज्यादा इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) की रिपोर्ट के अनुसार, इसकी ज्यादा मात्रा लेने से पेट में तेज दर्द, दस्त, चक्कर आना, स्किन पर रैश और गले में जकड़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसका इस्तेमाल विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही करें।