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Up Kiran, Digital Desk: पीएम मोदी के नेतृत्व में राजधानी दिल्ली में रविवार को एक खास बैठक हुई जिसमें एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक को सिर्फ एक औपचारिक राजनीतिक मुलाकात मान लेना गलती होगी — यह दरअसल उस ‘नई नीति’ और ‘नई नीयत’ की तस्वीर थी जिसमें भारत को सुरक्षित समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने की स्पष्ट योजना नजर आई।
इस बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और जातिगत जनगणना जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई साथ ही ‘भारत की आवाज़ भारत की शर्तों पर’ के संदेश को और मजबूत किया गया।
एक सैन्य कार्रवाई नहीं जनभावना का प्रतीक है ऑपरेशन सिंदूर
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैठक में ऑपरेशन सिंदूर पर प्रस्ताव पेश करते हुए जो कहा वह सिर्फ शब्द नहीं थे — वह भावनाएं थीं। अब कहावत नहीं हकीकत है कि जो हमसे टकराएगा वो मिट्टी में मिल जाएगा।
शिंदे ने पीएम मोदी के नेतृत्व को "साहसी निर्णायक और भारत की नसों में दौड़ता गरम सिंदूर" बताया। उन्होंने साफ कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि हर भारतीय के आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाई दी है।
इस प्रस्ताव को समर्थन देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह सहित कुल 19 मुख्यमंत्री और इतने ही उपमुख्यमंत्री मौजूद थे। सबका लहजा एक था — "भारत अब जवाब देता है वो भी अपनी शर्तों पर।"
आतंकवाद पर NDA की नीति
शिंदे ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद और उसे समर्थन देने वाली ताकतों में कोई फर्क नहीं करता। उनका कहना था कि भारत किसी ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा। आतंकवाद को समर्थन देने वाली सरकारें भी जवाब के दायरे में आएंगी। इस रुख के पीछे सिर्फ भावनाएं नहीं बल्कि नीति सैन्य तैयारियां और राजनीतिक एकजुटता का ठोस आधार था — जो इस बैठक में स्पष्ट दिखा।
ये बैठक केवल राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक प्रस्तावों तक सीमित नहीं थी। राज्यों को उनके "बेस्ट प्रैक्टिसेज" साझा करने का मंच भी मिला। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ पर आधारित बुकलेट बैठक में वितरित करवाई और एक प्रभावी प्रेजेंटेशन दिया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर मॉडल पर प्रेजेंटेशन दिया जिसे मुख्यमंत्री परिषद ने विशेष रूप से सराहा। बस्तर मॉडल जहां नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास संवाद और सुरक्षा के त्रिकोणीय दृष्टिकोण से काम हो रहा है — अब देशभर में रोल मॉडल बनता दिख रहा है।
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