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Up Kiran, Digital Desk: आज की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में, क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे दादा-दादी या नाना-नानी कैसे 100 साल या उससे भी ज्यादा जी लेते थे? उनके पास न तो कोई फैंसी जिम था, न ही कोई खास डाइट प्लान। फिर क्या था उनकी लंबी और स्वस्थ उम्र का राज?

जवाब हमारी अपनी जड़ों और एक साधारण जीवनशैली में छिपा है। चलिए जानते हैं उन साधारण, लेकिन बेहद असरदार भारतीय आदतों के बारे में, जो आपको भी 100 साल तक स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं।

1. घर का बना सादा खाना (Simple Home-Cooked Meals)

उनकी लंबी उम्र का सबसे बड़ा राज था 'सात्विक' और घर का बना भोजन। वे मौसम के अनुसार ताजी सब्जियां, दालें, साबुत अनाज और बाजरा जैसे मोटे अनाज खाते थे। उनके खाने में प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा तला-भुना और चीनी की कोई जगह नहीं थी। यह साधारण भोजन शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व देता था और बीमारियों को दूर रखता था।

2. मसालों की ताकत (The Power of Spices)

भारतीय रसोई सिर्फ स्वाद का खजाना नहीं, बल्कि औषधियों का भंडार भी है। हल्दी, अदरक, दालचीनी, लौंग और काली मिर्च जैसे मसाले हर दिन खाने में इस्तेमाल होते हैं। ये मसाले सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाते, बल्कि इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं और उसे अंदर से मजबूत बनाते हैं।

3. जिम नहीं, जिंदगी में मेहनत (Active Lifestyle, Not Gym)

हमारे पूर्वज जिम नहीं जाते थे, उनका पूरा जीवन ही एक वर्कआउट था। पैदल चलना, घर का काम करना, खेती करना - ये सब उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। सुबह जल्दी उठना और रात को जल्दी सोना उनकी आदत थी। इसके अलावा, योग और प्राणायाम जैसी praticaएं उन्हें शारीरिक रूप से लचीला और मानसिक रूप से शांत रखती थीं।

4. परिवार और समाज का साथ (Strong Social Bonds)

पुराने समय में संयुक्त परिवार का चलन था। एक साथ रहना, दुख-सुख बांटना, त्योहार मनाना—यह सब मानसिक स्वास्थ्य के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं था। मजबूत सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते अकेलेपन और अवसाद को दूर रखते हैं, जो लंबी और खुशहाल जिंदगी के लिए बहुत जरूरी है।

5. सादगी और संतोष (Simplicity and Contentment)

उनकी जिंदगी में आज की तरह दिखावा और अनावश्यक तनाव नहीं था। वे छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ लेते थे। आध्यात्मिकता, पूजा-पाठ और प्रकृति के करीब रहना उन्हें मानसिक शांति देता था। संतोष की यह भावना उन्हें तनाव मुक्त रखती थी, जो आज के समय की सबसे बड़ी बीमारियों में से एक है।

लंबी उम्र का राज कोई महंगी दवाइयों या फैंसी जिम में नहीं, बल्कि हमारी अपनी परंपराओं और एक सरल, अनुशासित और संतुष्ट जीवनशैली में छिपा है।