कांग्रेस चीफ बनने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे पहली बार रैली के लिए पंजाब के लुधियाना पहुंचे हैं। पिंड के नेताओं के अलावा पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) प्रभारी देवेंद्र यादव के पास भी अपनी ताकत दिखाने का मौका है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पार्टी कार्यक्रम से दूरी बना ली है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वारिंग ने कहा- जब उन्हें कमान सौंपी गई तो कांग्रेस 80 सीटों से घटकर 18 सीटों पर आ गई थी। पंजाब में हार के कारण उन्हें चिंता थी कि कांग्रेस का क्या होगा। अब कार्यक्रम में मौजूद नेताओं ने कांग्रेस को फिर से खड़ा कर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी को निःसंदेह उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए। कांग्रेस 13 की 13 सीटें जीतेगी। बीजेपी अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है, इस पर सहमति बन गई है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कहां है किसानों का मुद्दा, कहां है चंडीगढ़ का मुद्दा?
बाजवा ने खड़गे के सामने रखीं 3 मांगें
इस मौके पर विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने खड़गे के सामने 3 मांगें रखीं। बाजवा ने वादा किया कि कांग्रेस सरकार बनते ही अटारी बॉर्डर खोला जाएगा, किसानों के लिए स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू की जाएगी और सेना में पहले की तरह पंजाब से भर्ती की जाएगी।
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