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Up kiran,Digital Desk : तारीख 24 नवंबर 2025, दिन सोमवार... यह वो दिन है जिसे हिंदी सिनेमा का इतिहास कभी भुला नहीं पाएगा। हमारे प्यारे, सबके चहेते 'ही-मैन' धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। 90 साल की उम्र के आसपास भी उनकी वो मुस्कान, जो लाखों दिलों की धड़कन थी, अब हमेशा के लिए खामोश हो गई है। यह खबर जैसे ही आई, उनके चाहने वालों के लिए दुनिया रुक सी गई।

लेकिन दुख की इस घड़ी के बीच, सोमवार शाम विले पार्ले के पवन हंस श्मशान घाट पर कुछ ऐसा हुआ जिसने गमगीन माहौल को थोड़ा तल्खी से भर दिया। धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार बेहद शांतिपूर्ण और निजी तरीके से किया गया, लेकिन यही बात उनके हजारों फैंस, खासकर उनकी महिला प्रशंसकों के दिल पर तीर की तरह लगी।

श्मशान के बाहर आंसुओं और गुस्से का सैलाब

खबर मिलते ही धर्मेंद्र के बंगले से लेकर श्मशान घाट तक फैंस का तांता लग गया था। दूर-दूर से आईं महिलाएं, बुजुर्ग और नौजवान—सबकी बस एक ही आस थी, अपने हीरो का आखिरी बार चेहरा देखना। लेकिन अफसोस, ऐसा हो नहीं पाया। परिवार ने गोपनीयता बरतते हुए अंतिम क्रिया संपन्न कर दी। यहां तक कि उनकी कोई तस्वीर भी बाहर दर्शन के लिए नहीं रखी गई थी।

सनी और बॉबी से क्यों खफा हैं फैंस?

वहां मौजूद भीड़ का दर्द गुस्से में बदल गया। फैंस का कहना था कि उन्हें अंदर न सही, कम से कम उस गाड़ी या ट्रक को छूने का मौका तो दिया जाता जिसमें उनका पार्थिव शरीर था। एक भावुक महिला फैन ने तो यहां तक कह दिया, "जब श्रीदेवी जी गई थीं, तो उनके अंतिम दर्शन के लिए पूरी दुनिया को मौका दिया गया था, फिर धर्मेंद्र जी तो हमारे अपने थे, उनके साथ ऐसा क्यों?"

नाराजगी इस कदर थी कि कुछ फैंस ने सनी देओल और बॉबी देओल के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर दिया। कुछ महिलाओं ने रोते हुए कहा कि उन्होंने इतनी उम्मीद से इंतजार किया और खाली हाथ लौट रही हैं। गुस्से में फैंस ने यहां तक कह दिया कि वे भविष्य में अब सनी और बॉबी की कोई फिल्म नहीं देखेंगी।

यह सिर्फ गुस्सा नहीं, वो पुराना प्यार है

आज की जेनरेशन को शायद यह प्रतिक्रिया 'ओवररिएक्ट' लगे, लेकिन हमें उस दौर को समझना होगा जब धर्मेंद्र स्टार बने थे। उस जमाने में इंस्टाग्राम या रील नहीं होती थी। मनोरंजन का मतलब सिर्फ सिनेमा हॉल था और वहां स्क्रीन पर दिखने वाला हीरो ही सबकुछ होता था। उस दौर के फैंस का अपने सितारों से जुड़ाव किसी रिश्तेदार से कम नहीं होता था। यह गुस्सा, असल में वह हक है जो वे धर्मेंद्र पर अपना समझते थे।

बहरहाल, दिग्गज धर्मेंद्र जी पंचतत्व में विलीन हो गए हैं, लेकिन उनकी यादें और फैंस का यह बेपनाह प्यार हमेशा जिंदा रहेगा।